अंग्रेजों के समय का चोरी (ठगी) का केश आज भी पुलिस के लिए बना है सिरदर्द,अभी तक नहीं पाई,सुलझा,देखे विस्तृत रिपोर्ट।

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देश में पुलिस अधिनियम लागू होने के बाद थानों में मुकदमें दर्ज होने का सिलसिला शुरू हुआ तो एक से बढ़ कर एक विचित्र फरियादी इंसाफ की गुहार लेकर पहुंचने लगे थे। यह वाकया जानकारी में ना आता लेकिन
हाल ही में दिल्ली पुलिस की ओर से उस समय की एफआईआर व अन्य डाटा ऑनलाइन किए जाने के बाद ऐसे तमाम रोचक किस्सों पर रोशनी पड़ती है।
उस समय अकाल ग्रस्त क्षेत्रों में गेंहू के व्यापार पर प्रतिबंध था।पकड़ा गया भूसे में गेंहू की बोरियां

पुरानी एफआईआर समेत अन्य महत्वपूर्ण कागजात। को सुरक्षित संभाल कर रखने वाले दिल्ली पुलिस के एसीपी राजेन्द्र सिंह कलकल ने एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरब्यू में बताया कि यह मामला 23 अगस्त, 1947 को सब्जी मंडी थाने इलाके का है। सिपाही प्यारेलाल व सदाअली गश्त पर थे। शाम छह बजे जब वह रोबिन टॉकिज के पास पहुंचे तो देखा कि गोविंद राम सब्जी मंडी की तरफ से ठेला खींच कर ले जा रहा है। हालांकि, उसने ठेले पर भूसा रखा हुआ था, मगर पुलिसकर्मियों ने देखा कि गोविंदराम ठेले को खींचने में जोर लगा रहा है। दोनों सिपाहियों को संदेह हुआ और उन्हें भूसा को हटाकर देखा तो नीचे अनाज की तीन बोरियां थीं। दो बोरी गेंहू की थीं। उस समय अकाल ग्रस्त क्षेत्रों में गेंहू के व्यापार पर प्रतिबंध था।

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दूसरी ठगी की जानकारी।

13 जुलाई, 1956 को रत्ना पत्नी रामजाट की ओर से नरेला थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसमें कहा गया था वह बवाना की ओर जा रही थी। तभी मांगे नामक व्यक्ति वहां आया और उसे बवाना छोडऩे की बात कहकर साइकिल पर बैठा लिया।

कुछ दूर चलकर उसने रत्ना को साइकिल से उतार दिया। इसके बाद आरोपी जेवरात व कपड़ों की गठरी लेकर फरार हो गया। वहां से गुजर रहे दूसरे साइकिल सवार ने पीछा कर मांगे को पकड़ा। बाद में पता लगा कि मांगे ने साइकिल पहाड़गंज इलाके से चुराई गई थी।

1897 की चोरी की घटना जो पुलिस अभी तक नहीं पाई है सुलझा।

सब्जी मंडी थाना इलाके के बड़े होटल से 24 फरवरी, 1897 को सिगार व शराब की चोरी हुई थी। इंपीरियल होटल का कुक सब्जी मंडी थाने पहुंचा और उसने केवल नामक सौदागर का अंग्रेजी में लिखा पत्र दिया। उन्होंने पत्र में लिखा कि किसी ने उसके कमरे से सिगार का आधा पैकेट व शराब की बोतल चुरा ली।
काफी समय बाद चोर पकड़ में नहीं आया तो उसकी गिरफ्तारी पर 10 रुपये का इनाम घोषित किया गया। इस केस को 126 वर्ष हो गए हैं, मगर दिल्ली पुलिस इस केस को अभी तक सुलझा नहीं पाई है। पुलिस ने इस केस को अदालत में अनट्रेस पेश किया था।

*ठगी का नायाब तरीका,पुराने जमाने में 20 रुपये में उम्रदराज महिला से करा दे रहे थे शादी,चार दिन रुकी रही बारात,FIR हुई थी दर्ज,अब ऑनलाइन करते वक्त यह रोचक वाक्या आ रहा है सामने, क्या था पूरा मामला देखे रिपोर्ट।*

पुराने जमाने में 20 रुपये में उम्रदराज महिला से करा दे रहे थे शादी,चार दिन रुकी रही बारात,FIR हुई थी दर्ज,अब ऑनलाइन करते वक्त यह रोचक वाक्या आ रहा है सामने, क्या था पूरा मामला देखे रिपोर्ट।