रायबरेली-अब रात्रि गश्त पर डायल 112 में मौजूद होंगी महिला आरक्षी

0 267

- Advertisement -

अब रात्रि गश्त पर डायल 112 में मौजूद होंगी महिला आरक्षी

रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला

- Advertisement -

रायबरेली- हैदराबाद और उन्नाव में महिला अपराध की जघन्य वारदात के बाद आधी आबादी की सुरक्षा को लेकर पुलिस महकमा संजीदा हो गया है। अब ये निर्णय लिया गया है कि रात्रि गश्त के दौरान पीआरवी में दो महिला आरक्षी भी मौजूद रहेंगी। मदद मांगने या राह चलते रात में अकेले मिलने वाली महिलाओं को उनके गंतव्य या सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम पुलिस करेगी। पुलिस रिस्पांस व्हिकल में काम करने के लिए महिला सिपाहियों को जल्द ही ट्रेनिग दी जाएगी। पीआरवी में अब तक सिर्फ पुलिस कर्मी ही ड्यूटी करते थे।मौजूदा समय में 49 चार पहिया और 25 दो पहिया पीआरवी तय रूट चार्ट पर दौड़ रही हैं। इनमें से चार पहिया वाहनों का दस प्रतिशत यानी पांच पीआरवी में दो-दो महिला कर्मियों की तैनाती होनी है। जिनको जल्द ही पुलिस लाइंस में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए इच्छुक महिला कर्मियों से आवेदन मांगा गया है। बहुत जल्द डीजीपी के इस आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए जिले में पुलिस के आलाहाकिम पूरी ताकत झोंके हुए हैं। अभी ये तय हुआ कि पांच पीआरवी में एक शहर क्षेत्र में रहेगी। जबकि अन्य चार ऊंचाहार, लालगंज, डलमऊ और बछरावां में रात्रि गश्त करेंगी। रात दस से सुबह छह की शिफ्ट ही महिला आरक्षी गाड़ी में रहेंगी। वही सर्वप्रथम मदद मांगने वाली महिला, किशोरी या युवती से बात करेंगी। फिर उसके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने का काम करेंगी। अगर कॉलर की मनोस्थिति ठीक न हुई तो उसे अस्पताल या फिर आशा ज्योति केंद्र में रोका जाएगा। उसके बाद काउंसिलिग करके अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

“पीआरवी में दो-दो महिला आरक्षियों की ड्यूटी लगानी है, जोकि रात्रि दस बजे से सुबह छह बजे तक ड्यूटी करेंगी। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जाना है। जल्द ही इसे लागू किया जाएगा। इस संबंध में डायल-112 के प्रभारी को निर्देशित किया जा चुका है।”

-स्वप्निल ममगाईं, पुलिस अधीक्षक, रायबरेली