रायबरेली-सास व पति को भी पीछे छोड़ रचा इतिहास, डीएम ने सांसद प्रतिनिधि को सौंपा प्रमाणपत्र

0 253

- Advertisement -

सास व पति को भी छोड़ा पीछे, रचा इतिहास

डीएम ने सांसद प्रतिनिधि को सौंपा सोनिया की जीत का प्रमाणपत्र

- Advertisement -

रिपोर्ट-हिमांशु शुक्ल

रायबरेली। जिला निर्वाचन अधिकारी और डीएम नेहा शर्मा ने मतगणना पूरी होने के बाद सांसद प्रतिनिधि केएल शर्मा को सोनिया गांधी की जीत का प्रमाणपत्र सौंपा। डीएम ने बताया कि रायबरेली संसदीय सीट पर सोनिया गांधी ने जीत हासिल की। उनके प्रतिनिधि को जीत का प्रमाणपत्र दे दिया गया है। मतगणना शांतिपूर्ण ढंग से निपट गई। उन्होंने सभी मतगणना कर्मियों, मीडिया कर्मियों का आभार जताया।
जिले की जनता ने पांचवीं बार जनादेश देकर सोनिया गांधी को संसद भेजकर इतिहास रच दिया है। गांधी परिवार में सोनिया पहली सांसद बन गई हैं, जिन्होंने एक ही सीट पर सबसे अधिक बार चुनाव जीता है। सोनिया ने पहला चुनाव अमेठी संसदीय सीट से जीता था। इसके बाद रायबरेली से लगातार पांचवीं वार जीत दर्ज की। उन्होंने सास व पति को भी पीछे छोड़ दिया है। पति दिवंगत राजीव गांधी चार बार तो सास दिवंगत इंदिरा गांधी तीन बार सांसद बनीं थीं। इस चुनाव में सोनिया छठवीं बार सांसद चुनी गईं हैं। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने रायबरेली संसदीय सीट से पहला चुनाव 1967 से लड़ा था। इसके बाद 1971 में चुनाव रायबरेली सीट से जीता। वर्ष 1977 में हारने के बाद वे दूसरे प्रांत से सांसद बनीं थी। वर्ष 1981 से वर्ष 1991 तक पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी चार बाद अमेठी संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए। वर्ष 1999 में पहली बार सोनिया गांधी ने अमेठी संसदीय सीट से जीत हासिल की। वर्ष 2004 में सोनिया अमेठी की सीट बेटे राहुल के लिए छोड़कर रायबरेली आ गई थीं। सोनिया ने लगातार 2004, 2006 (उप चुनाव), 2009, 2014 के बाद वर्ष 2019 में रायबरेली संसदीय सीट से जीत दर्ज कराई है। जिले के वोटरों ने सोनिया को पांचवीं बार सांसद बनाकर संसद भेजा है। शुरूआत अमेठी से करने के साथ ही सोनिया अब तक छह बार सांसद बन चुकी हैं। अब तक गांधी परिवार का कोई भी सदस्य इतनी बार सांसद नहीं बना।

 

           (इनसेट)

सोनिया को जिताने में सपा ने निभाई अहम भूमिका-मनोज पांडेय

रायबरेली। ऊंचाहार के विधायक एवं पूर्व मंत्री डॉ. मनोज कुमार पांडेय का प्रयास रंग लाया। यही वजह रही कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पूर्व मंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र में पुरजोर मेहनत करके कांग्रेस प्रत्याशी सोनिया गांधी को जिताने में अहम भूमिका निभाई। पूर्व मंत्री का कहना है कि उनकी टीम ने जमकर मेहनत की और इस मुकाम तक पहुंचाकर राष्ट्रीय नेतृत्व का सम्मान रखा।