सुलतानपुर-राष्ट्रीय लोक अदालत में निपटाये गये 6,325 वाद

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*राष्ट्रीय लोक अदालत में निपटाये गये 6,325 वाद*

सुलतानपुर 14 दिसम्बर/ मा0 सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार जनपद न्यायाधीश तनवीर अहमद की अध्यक्षता में प्रातः 10 बजे से राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 6,325 वाद निपटाये गये।
आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद न्यायाधीश द्वारा 02 वाद तथा प्रशान्त मिश्रा चेयरमैन मोटर, मोटर एक्सीडेन्ट क्लेम पेटीशन द्वारा 24 वाद मोटर दुर्घटना क्लेम पेटीशन सम्बन्धी निस्तारित किया गया। सिविल जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संदीप कुमार ने बताया कि उक्त निस्तारित वादों में पीड़ित परिवार के व्यक्तियों को मु0 एक करोड़ 14 लाख 47 हजार रू0 पीड़ित परिवार के व्यक्तियों को भुगतान करायी गयी। इसके अतिरिक्त विभिन्न अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीशगण एवं अन्य न्यायालयों द्वारा कुल 122 वाद न्यायालयों में लंबित वादों तथा अपर जिला न्यायाधीशगण द्वारा कुल 960 प्रीलिटिगेशन के वादों को निस्तारित कराया गया, जिसमें 20 वाद वैवाहिक तथा 940 वाद बैंकों के ऋण सम्बन्धी वाद सम्मिलित हैं। इसमें मु0 तीन करोड़ 61 लाख 41 हजार 138 रू0 वसूल किये गये।
उन्होंने बताया कि प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालयों द्वारा 60 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें कुल 30 जोडे़ एक साथ रहने को सहमत हुए, जिन्हें एक साथ विदा कराया गया तथा 30 जोड़े अलग-अलग रहने हेतु अपनी सहमति दी। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त मजिस्ट्रेट न्यायालयों द्वारा कुल 635 वाद निस्तारित हुए, फौजादारी वादों में रू0 1,02,410/- अर्थदण्ड के रूप मंे वसूल किया गया। उपरोक्त के अतिरिक्त सिविल जज प्रवर खण्ड संदीप कुमार द्वारा 31 वादों को निस्तारित किया गया, जिसमें उत्तराधिकार सम्बन्धी वादों में मु0 1,68,40,413/- रू0 का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया। उन्होंने बताया कि 940 वादों को प्रीलिटिगेशन के अन्तर्गत निस्तारित किया गया, जिसमें मु0 4,98,79,749/- रू0 की धनराशि वसूल की गयी।
उपरोक्त के अतिरिक्त जिलाधिकारी सुलतानपुर के अधीन कार्यरत पीठासीन अधिकारियों द्वारा 4,094 वाद तथा जिलाधिकारी अमेठी के अधीन कार्यरत पीठासीन अधिकारियों द्वारा कुल 490 वाद निर्णीत कराया गया।

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इस राष्ट्रीय लोक अदालत में आकर्षण का बिन्दु परिवार न्यायालय द्वारा 30 जोड़ों को एक साथ रहने हेतु विदा कराया गया, जिसमें परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश मनोज कुमार शुक्ला, अपर प्रधान न्यायाधीशगण आनन्द प्रकाश, उदयभान सिंह, श्रीमती प्रीति श्रीवास्तव व मनोज कुमार सिंह परिवार न्यायालय की विशेष भूमिका रही।