रायबरेली-सैकड़ों कुंटल भीगा धान, साहब फरमा रहे आराम =किसानों की जी तोड़ मेहनत से अफसर कर रहे खिलवाड़
सैकड़ों कुंटल भीगा धान, साहब फरमा रहे आराम
=किसानों की जी तोड़ मेहनत से अफसर कर रहे खिलवाड़
रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला
रायबरेली– उत्तर प्रदेश खाद्य एवं रसद विभाग के क्रय केंद्र बछरावां के अफसरों की लापरवाही का आलम इस कदर है कि देर रात शुरू हुई बारिश के बाद अफसरों को किसानों द्वारा जी तोड़ मेहनत कर पैदा की गई फसल की कोई परवाह न रही। अफसर अपने घरों में सोते रहे। सुबह जब किसान क्रय केंद्र पहुंचे तो उनके होश उड़ गए, उन्होंने देखा कि जी तोड़ मेहनत करने के बाद जो उन्होंने फसल को बिक्री के लिए केंद्र पहुंचाया था वह देर रात हुई बारिश के काल के गाल में समा चुकी है। पूरी फसल पानी से भीग चुकी थी। वही इस पर भी क्रय केंद्र प्रभारी का दिल नहीं पसीजा! ठंडक के चलते उन्होंने क्रय केंद्र तक पहुंचना मुनासिब नहीं समझा ! किसानों ने तिरपाल से ढक कर आगे आने वाली बारिश से अपनी फसल को भीगनें से बचाने के लिए मुनासिब समझा और फसल को तिरपाल खरीद कर ढक दिया है। कई दिनों से दिसंबर माह में भी लोगों को ठंड का एहसास नहीं हो रहा था! गुरुवार देर शाम अचानक मौसम ने करवट बदल ली। बारिश के साथ तेज हवाओं के झोंके आने शुरू हो गए, एक तरफ बारिश ने ठंड को दावत दी तो वहीं दूसरी ओर तेज हवाओं ने ठंड को और बढ़ा दिया। इसी बीच उत्तर प्रदेश खाद्य एवं रसद विभाग के क्रय केंद्र बछरावां में किसानों का सैकड़ों कुंटल बिना तौल का धान भी गया। क्रय केंद्र पर पंहुचे किसानों ने कहा कि धान को बचाने की कोई कोशिश नहीं की गयी! वह अपने आवास पर आराम फरमाते रहे हैं। सुबह जब हम लोग यहाँ आए तो हाय तौबा मच गई, आनन-फानन में मौके पर मौजूद केंद्र सहायक ने तिरपाल का इंतजाम किया और भीगे हुए धान पर तिरपाल चढ़ाने का नाटक किया गया! इस बाबत केंद्र प्रभारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि जल्द ही व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर दिया जाएगा अचानक बारिश आ जाने से धान बीग गया है।