रायबरेली… और जब आत्मदाह करने एसपी ऑफिस पंहुची तीन तलाक से पीड़ित महिला
… और जब आत्मदाह करने एसपी ऑफिस पंहुची तीन तलाक से पीड़ित महिला
रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला
रायबरेली– लालगंज कोतवाली क्षेत्र के बहाई गांव में तीन तलाक और दहेज उत्पीड़न के मामले में मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी। जिससे आहत पीड़िता आत्मदाह करने के लिए कप्तान ऑफिस पहुंच गई। वहां पहले से मुस्तैद सीओ सिटी ने महिला को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। बाद में उसे महिला थाना और फिर घर भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार शहर के खतराना मुहल्ला निवासी फरजाना बानो की शादी वर्ष 2012 में बहाई गांव के मोहम्मद अकील पुत्र मोहम्मद शकील से हुई थी। फरजाना के मुताबिक शादी के बाद तीन साल तक सब ठीकठाक रहा। फिर उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा। मांग पूरी न होने पर उसे घर से भगा दिया गया। वह अपने मायके में आकर रहने लगी। हाल ही में पता चला कि उसके पति ने दूसरी शादी कर ली। इस पर तीन नवंबर को जब वह वापस अपनी ससुराल गई तो उसे घर में नहीं घुसने दिया गया। अकील ने उसे तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोलकर रिश्ता तोड़ दिया। ये भी कहा कि मैंने दूसरी शादी कर ली है। इसकी तहरीर कोतवाली में दी गई। मगर, मुकदमा 27 नवंबर को दर्ज किया गया। जिसमें अकील के साथ ससुर मो. सफीक, सास समीना बानो, ननद चांदनी बानो और ननिया ससुर मो. साकिर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। आरोप है कि 27 नवंबर को पुलिस अकील को पकड़कर चौकी ले गई, मगर जेल भेजने की बजाय उसे छोड़ दिया गया। वह लगातार दौड़भाग करती रही लेकिन सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद वह आत्मदाह करने के लिए एसपी ऑफिस आई है। उसे और उसके छह साल के बेटे को न्याय नहीं मिल रहा है। वहीं महिला के साथ आए गांव वालों ने भी बहाई और लालगंज पुलिस पर कार्रवाई न करने के आरोप लगाए हैं।
” महिला को समझा-बुझाकर शांत कराया गया। लालगंज पुलिस को आरोपित की तुरंत गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए हैं। पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा।”
-गोपीनाथ सोनी, क्षेत्राधिकारी नगर