रायबरेली-डीएम नेहा शर्मा के बाद, अब कलेक्टर का पद संभालेगीं डीएम शुभ्रा सक्सेना
डीएम नेहा शर्मा के बाद, अब कलेक्टर का पद संभालेगीं डीएम शुभ्रा सक्सेना
आइये देखते हैं नवागंतुक जिलाधिकारी के कार्य करने का तरीका
रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला
रायबरेली । जनपद मे तैनात रही डीएम नेहा शर्मा के तबादले के बाद आयीं नई जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना जी जिस भी जिले रही है अपनी अलग कार्यशैली से इतिहास रचा है नवागंतुक जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना जो आईआईटी रुड़की से स्नातक व विदेश में उच्च स्तर पर करीब साढ़े चार साल बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर नौकरी की व उसके बाद वो नौकरी छोड दी ।समाज के दुर्बल,असहाय वर्ग के उत्थान एवं विकास के बारे मे सोचने वाली शुभ्रा सक्सेना ने कड़ी मेहनत के बल पर सफलता का इतिहास रचा आईएएस 2009 बैच की टॉपर रही है ।
यहीं नही बल्कि उनके कडक़ अनुशासन और तेज कार्यशैली की शुभ्रा सक्सेना के द्वारा न्यायालयों के लिए तैयार किए गए ऑनलाइन बेस्ड ‘साक्षी सम्मन साफ्टवेयर’ से उन्हें पूरे देश में सराहना मिली थी । आपको बता दें कि शाहजहांपुर जिले की जिलाधिकारी रहने के दौरान उन्होंने “राजस्व परिषद” का “फ्लैग” डिजाइन किया था जिसकी सम्पूर्ण देश मे सराहना हुई थी ।
इनसेट-
एक नजर उनकी परिवारिक पृष्ठभूमि पर…
शुभ्रा सक्सेना का जन्म उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हुआ, उनके पिता अशोक चंद्रा पेशे से इंजीनियर हैं। उनकी माता कामना है उनके एक भाई और एक बहन है। शुभ्रा के पति उच्च स्तर पर कार्यरत हैं। ऐसे में शुभ्रा सक्सेना की सफलता की कहानी दूसरों के लिए और भी अधिक प्रेरणादायक हो जाती है क्योंकि आईटीयंस शुभ्रा ने हाईस्तर पर विदेश में नौकरी छोडक़र आईएएस की तैयारी की और अपने बैच 2009 में टॉप कर सफलता का नया इतिहास रचा है ।