अमेठी।जिले में जगह-जगह पर रखा गया है ताजिया,मनाया गया मोहर्रम का त्योहार
मोहर्रम का त्यौहार आपसी भाईचारे के साथ शहादत का त्यौहार है।इस त्यौहार में सब लोग आपस में मिलकर गम मनाते हैं। यह त्योहार हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत में मनाया जाता है।
♦अमेठी।जिले में जगह-जगह पर रखा गया है ताजिया,मनाया गया मोहर्रम का त्योहार
चंदन दुबे की रिपोर्ट
मोहर्रम है शहादत का त्यौहार इसमें आपसी भाईचारे तथा प्रेम के साथ गम का भी है स्थान
कई ताजियों का एक साथ होता है मिलन इसके बाद कर्बला में होता है दफन
मोहर्रम का त्यौहार आपसी भाईचारे के साथ शहादत का त्यौहार है।इस त्यौहार में सब लोग आपस में मिलकर गम मनाते हैं। यह त्योहार हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत में मनाया जाता है।
इसी तरह रात में ही संग्रामपुर थाना क्षेत्र के ठेंगहा गांव में ताजियों को पूरी तरह तैयार कर रात में उसकी इबादत कर मातम मनाया गया।जिसको आज कर्बला में ले जाकर दफन किया जाएगा।
शासन प्रशासन भी इस दौरान एकदम चुस्त दुरुस्त रहा।