सुल्तानपुर-शिक्षक दिवस सम्मान समारोह का बहिष्कार, प्रदेश के कर्मठ ईमानदार शिक्षकों को काम चोर और बेईमान बताते जाने पर संघ लामबंद, किया प्रदर्शन

*प्रेरणा एप के विरोध में उतरा शिक्षक संघ। सरकार को बताया दमनकारी नीति* *जुलूस निकालकर किया प्रदर्शन*

0 277

- Advertisement -

*प्रेरणा एप के विरोध में उतरा शिक्षक संघ। सरकार को बताया दमनकारी नीति* *जुलूस निकालकर किया प्रदर्शन*


सुल्तानपुर जिले के जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय के परिसर में गुरुवार को शिक्षक दिवस 5 सितंबर के अवसर पर  उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ शाखा जनपद सुल्तानपुर ने प्रांतीय नेतृत्व के आवाहन पर शिक्षक दिवस सम्मान समारोह ना मना कर प्रदेश के कर्मठ ईमानदार शिक्षकों को काम चोर और बेईमान बताते हुए उनके ऊपर कार्यवाहियां कर के प्रताड़ित करने का कार्य किया जा रहा है इसके लिए जनपद सुलतानपुर  के सभी प्रमुख संगठनों  के साथ मिलकर जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार पांडे के नेतृत्व में इस शिक्षक दिवस को शिक्षक सम्मान बचाओ दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया  है।

- Advertisement -

दिलीप पाण्डेय ने कार्यक्रम की शरुआत  मॉ सरस्वती व डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर की ।धरना प्रदर्शन के उपरांत जुलूस निकालकर नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधकारी को 12 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। विशाल जनसैलाब को सम्बोधित करते हुए जिला अध्यक्ष दिलीप पाण्डेय ने कहा हमारे विद्यालयों में बच्चों के लिए ना तो फर्नीचर है। ना तो शुद्ध पेयजल की व्यवस्था ।तमाम दावों के बाद शौचालय आज भी नहीं मुकम्मल हो पाए है। कक्षा कक्षों में विद्युत और पंखा आदि की भी कोई व्यवस्था नहीं है। कहीं-कहीं तो बारिश के दिनों में कक्ष परिसर और मार्ग सब जलमग्न हो जाते हैं। इन विपरीत परिस्थितियों में कार्य करते हुए हमारे शिक्षकों ने प्राथमिक शिक्षा को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाने का काम किया है। कल मुख्यमंत्री महोदय ने अपने संबोधन में स्वयं इस बात को उद्धृत किया था कि विगत 2 सालों में प्राथमिक शिक्षा की हालत में संतोषजनक सुधार हुआ है। परिषदीय विद्यालयों में नामांकन बढ़ा है। इसके बाद भी हमें अविश्वसनीय और कामचोर बनाते हुए हमारे ऊपर प्रेरणा नामक निगरानीऐप्प लागू किया जा रहा है और प्रचारित यह किया जा रहा है कि हम इस प्रेरणा ऐप का विरोध कर रहे हैं। शिक्षक कामचोर हैं, वह अपनी निगरानी नहीं करने देना चाहते हैं। मैं समाज को बताना चाहता हूं कि हमारे विद्यालय में हमारे बच्चों की व्यवस्थाएं सुदृढ़ कर दी जाए प्रत्येक कक्षा में न्यूनतम एक शिक्षक की व्यवस्था कर दी जाए शौचालय पेयजल और भौतिक वातावरण को व्यवस्थित कर दिया जाए इसके बाद प्रेरणा ऐप नहीं हम सीसीटीवी से अपनी निगरानी करवाने में कोई गुरेज नहीं। इस व्यवस्था में जैसी जानकारी प्राप्त हो रही है शिक्षक और शिक्षिकाओं के ऊपर उनके कार्य अवधि के उपरांत भी इन बिल्ड जीपीएस इत्यादि के माध्यम से निगरानी रखने का काम हो रहा है। लोग कहते हैं कि हम प्रेरणा का विरोध कर रहे हैं। आखिर हमने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ कर इसी तरह की आजादी का सपना देखा था हमने शिक्षक समस्याओं के संबंध में लंबे समय से सरकार से अनुनय विनय धरना प्रदर्शन करते हुए पुरानी पेंशन लागू किए जाने प्रत्येक कक्षा में न्यूनतम एक शिक्षक नियुक्त करने विद्यालय में फर्नीचर विद्युत पंखे चारदीवारी पेयजल शौचालय व्यवस्थित किए जाने प्रत्येक विद्यालय में एक लिपिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति किए जाने प्रेरणा पर तत्काल रोक लगाए जाने एक ही परिसर में स्थित एक से अधिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के संविलियन पर रोक लगाए जाने दूरदराज के जनपदों में कार्यरत शिक्षकों को उनके गृह जनपद में अंतर्जनपदीय वेतनमानों की विसंगतियां 17140 -18150 दूर किए जाने राज्य कर्मचारियों के एसीपी का लाभ दिए जाने ग्रीष्मावकाश के स्थान पर 40 दिन का उपार्जित अवकाश और प्रत्येक माह के द्वितीय शनिवार अवकाश प्रदान किए जाने शिक्षकों के वेतन के आधार जिला मंत्री डॉ हृषिकेश भानु सिंह ने सम्बोधित करते हुए स्पष्ट रूप से  जायज मांग आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा अन्य कर्मचारी अधिकारी द्वारा निरीक्षण पर रोक लगाए जाने की मांग की थी। बावजूद इसके हमारे शिक्षकों को हमारे छात्रों को हमारे विद्यालयों को अनाप-शनाप प्रयोग करने का स्थान बना डाला है जिससे क्षुब्ध होकर अपना सम्मान बचाने के लिए अपने छात्रों का सम्मान बचाने के लिए अपने विद्यालय का सम्मान बचाने अपने बच्चों का सम्मान बचाने के लिए आज शिक्षक दिवस पर सम्मान बचाओ कार्यक्रम आयोजित करते हुए संदेश देना चाहते हैं कि विद्यालयों की आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के बाद ही इस तरह से किसी निगरानी की व्यवस्था की जाए।

निजाम खान प्रवक्ता ने अपने सम्बोधन में सरकार के ऊपर कड़ा प्रहार किया प्रेरणा ऐप के बहाने सरकार परिषदीय विभाग को एनजीओ के हाथों में बेचना चाहती है।प्रेरणा ऐप से निजता का हनन होगा।भौगोलिक परिस्थितियों के विपरीत है।प्रेरणा ऐप के डेटा का हैकर्स द्वारा हैक करने की कोई सुरक्षा का प्रावधान नही है। प्रेरणा ऐप पूर्णरूप से अव्यवहारिक है।  कार्यक्रम का संचालन अनिल यादव ने किया।इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष वीरेंद्र नारायण मिश्रा, प्रशांत पाण्डेय ,जय प्रकाश वर्मा,हेमन्त यादव,रणविजय सिंह,उमेश यादव,राम बहादुर मिश्र,आशुतोष पाण्डेय,अखिलेश उपाध्यक्ष, करुण सिंह ,चन्दन सिंह,अंजनी शर्मा,पूणेंदु पाण्डेय,रवींद्र प्रताप सिंह,मीरा यादव ,माया नन्दा आदि ने सरकार की गलत नीतियों के विरुद्ध गरजे।इस मौके पर बृजेश मिश्रा ,अम्बिकेश सिंह,सर्वेश सिंह ,अशोक सिंह अटेवा ,अरुणेन्द्र सिंह,सुहेल सिद्दीकी,आशुतोष यादव अनुदेश संघ अध्यक्ष संतोष चौरसिया, आई बी यादव,अजीत यादव,विनोद यादव,मुज्तबा,मशहूर आलम,जंग बहादुर वर्मा, शिव नारायण वर्मा,प्रियंका पाण्डेय,पल्लवी तिवारी,अनिता,पाण्डेय,मारिया सुल्ताना,अरुण शुक्ल,दिव्यांश विक्रम,मजीद अहमद,ज़ुबैदा खातून,सरिता शुक्ला, चित्रसेन राय, अखिलेश यादव प्रियंका सिंह,उषा मौर्य,सरिता सिंह,हरिश्चंद यादव,बृजेश सिंह,डॉ रितेश सिंह,अजय श्रीवास्तव, नरेंद्र पाण्डेय,प्रदीप नारायण झा,विजय प्रताप सिंह,आदि हजारो शिकक्ष शिक्षिका उपस्थिति रहे।