सुल्तानपुर-(आरोप)-अध्यक्ष नगरपालिका के चेहरे से उतरा ईमानदार का नकाब,लोकायुक्त के जांच में करोड़ो रुपये के घोटाले का हुआ खुलासा, देखते रहिये परत दर परत खुलासे की पूरी रिपोर्ट सिर्फ के.डी न्यूज़ पर

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सुल्तानपुर-अध्यक्ष नगरपालिका के चेहरे से उतरा ईमानदार का नकाब,लोकायुक्त के जांच में करोड़ो रुपये के घोटाले का हुआ खुलासा, देखते रहिये परत दर परत खुलासे की रिपोर्ट सिर्फ के.डी न्यूज़ पर

सुल्तानपुर — नगर पालिका परिषद् की चेयरमैन बबिता जायसवाल पर प्रशासनिक और वित्तीय मामलों में भ्रस्टाचार का आरोप लगा है। सभासद द्वारा जब मामले की शिकायत लोकायुक्त से की गई तो लोकायुक्त ने डीएम को जांच कर रिपोर्ट देने की बात कही। डीएम ने एडीएम की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय टीम का गठन कर जब जांच कराई तो उसमें नगर पालिका चेयरमैन पर आरोप सिद्ध हो गया चेयरमैन का कृत्य खोलने के लिये नगर पालिका के 5 सभासद एकत्रित हुये और लोकायुक्त द्वारा कराइ गई जाँच में दोषी सिद्ध होने की जानकारी दी, फ़िलहाल अब ये सभासद उन पर कार्यवाही को लेकर दोबारा लोकायुक्त के पास जाने की तैयारी में हैं।

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क्या है मामला—
मामला सुल्तानपुर नगर पालिका परिषद् का है जहाँ लाल डिग्गी के सभासद अमोल बाजपेयी ने बीते 3 दिसंबर को लोकायुक्त के यहाँ वर्तमान चेयरमैन पर वित्तीय एवं प्रशासनिक मामलों में भ्रस्टाचार का आरोप लगाते एक परिवाद दर्ज कराया था। जिसको संज्ञान में लेते हुये लोकायुक्त ने तत्कालीन जिलाधिकारी को पूरे मामले की जांच के आदेश दिये थे। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मुख्य ट्रेजरी ऑफिसर और लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता समेत 3 सदस्यीय टीम बना कर जब 9 बिंदुओं पर जांच कराई तो उसमें से 8 बिन्दुओ पर चेयरमैन बबिता जायसवाल दोषी पाई गई। 8 मामले दोषी पाई गई अध्यक्ष नगर पालिका विधि विरुद्ध तरीके से बोर्ड की बैठक कर प्रस्ताव पारित करवाने, नगर क्षेत्र में अवैध रूप से चहेतों को टैक्सी स्टैंड का ठेका देने, नगर पालिका की गाड़ियों की मरम्मत अपने चहेते से कराने, नगर पालिका में ठेकेदारों के नवीनीकरण और पंजीकरण में नियम विरुद्ध शर्तें लगाने, मैन पॉवर सप्लाई अपने चहेतों को देने, नगर पालिका क्षेत्र के मकान जमीनों की दाखिल ख़ारिज में सभी को हटाकर सभी का पॉवर अपने पास रखने, पूर्व में चल रहे चिकित्सालय को बन्द कर अपने लाभ के लिए रोटरी क्लब को अपने रिश्तेदार को देने और बोर्ड फंड की फर्जी पत्रावली बनाकर लाखों का कार्य अपने हिसाब से करवाने जैसी शिकायतें है।

सभासदों का आरोप—–

वहीँ सभासदों की माने तो भाजपा सभासद का रसूख इतना है कि इनपर हुई शिकायतों पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। सभासदों की माने तो इसके पहले भी इनके वित्तीय और प्रशासनिक भ्रष्टाचार की शिकायत नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना से 12 बिन्दुओं पर की गई। जिसपर सुरेश खन्ना ने डीएम को आदेश देकर जांच कराई। डीएम द्वारा गठित 5 सदस्यीय टीम द्वारा भी उस जाँच में 11 बिंदुओं पर दोष सिद्ध हुआ। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। लिहाजा सभासदों ने हाइकोर्ट का सहारा लिया। हाइकोर्ट ने जब नगर विकास के सचिव को तलब किया तो उन्होंने भी जल्द कार्यवाही कराकर हाइकोर्ट को अवगत कराने की बात कही थी। बावजूद उसके ढाई महीने से ज्यादा समय हो गया लेकिन आज तक बबिता जायसवाल पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। सभासदों का आरोप है कि विकास कार्यो को लेकर हर महीने बैठक चाहिए, लेकिन इस कार्यकाल में केवल तीन बोर्ड बैठकें हुई वो भी केवल बजट पास कराने के लिये।

इनसेट—-

*नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष बबिता जयसवाल का करोड़ो का घोटाला आया सामने——
*नगर पालिका परिषद के भ्र्ष्टाचार को लेकर सभासदों ने किया प्रेस वार्ता–
*प्रेस वार्ता में अध्यक्ष नगर पालिका के कृत्यों को साछय के साथ किया उजागर—
*लोकायुक्त के आदेश के बाद जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर कराई जाँच—
*9 आरोपो में से 8 आरोपो में अध्यक्ष नगर पालिका पाये गये दोषी—
*करोड़ो के घोटालों में अध्यक्ष नगर पालिका पाये गये दोषी—-
*प्रेस वार्ता में सभासद अमोल वाजपेयी, रमेश सिंह टिन्नू, सज्जाद खान, अजय सिंह, सुधीर तिवारी थे मौजूद–
*सभासद अमोल वाजपई ने सरकार पर भी लगाया आरोप—
*भाजपा की सरकार होने की वजह से भाजपा चेयरमैन बबिता जय सवाल पर नही हो रही कार्यवाही—
*चेयरमैन पति अजय जयसवाल को भी करोड़ो के घोटाले का बताया दोषी—
*नगर पालिका टैक्सी स्टैंड, में एक साल के अंदर 44 लाख रूपये के घोटाले का लगया आरोप…
*पूर्व में 32 500 में प्रतिदिन के हिसाब से चलता था टैक्सी स्टैंड वर्तमान में लगभग 27500 में चल रहा ठेका–
वही नगर पालिका के गाड़ी मरम्मत में भी घोटाले का लगाया आरोप—

जहाँ पालिका परिषद के कर्मचारी बनाता था लगभग एक लाख रूपये सालाना खर्च होता था वही पालिका की गाड़ी अपने चहेते को गाड़ी मरम्मत का कार्य देकर एक साल के अंदर निकाला गया 25 लाख रूपये—
*आउटसोर्सिंग के ठेके में भी अनिमियता का लगा आरोप बोर्ड की बैठक को दरकिनार कर अपने चहेते ठेकेदार को दिया गया ठेका और बाद में 10 रूपये प्रति आदमी का ठेका मूल्य के बाद भी गया बढ़ाया—
दाखिल ख़ारिज में भी चेयरमैन पर भी तानाशाही का लगा आरोप–
*दाखिल खारिज में सारे बीच के कर्मचारी की रिपोर्ट के बिना चेयरमैन द्वारा किया जा रहा दाखिल ख़ारिज,—
ठेकेदारों के पंजीकरण में भी नगर पालिका अध्यक्ष पर लगा आरोप, शासन प्रशाशन के नियमो को दरकिनार कर किया गया रजिस्ट्रेंशन–
#-नगर पालिका अध्यक्ष पर पालिका के चिकित्सालय को करोड़ो की संपत्ति को हड़पने की नीयत से रोटरी क्लब को दिया गया—
साल भर में पालिका के बोर्ड फंड 67 काम 43 लाख रूपये का कराया गया कार्य जिसमे से 33 कार्य एक ही फर्म को दिया गया बाकी कार्य 6 फर्म को देकर किया गया लाखो का घोटाला 

तत्कालीन अध्यक्ष नगर पालिका द्वारा कराए गए निर्माण के टेंडर को निरस्त कर अपने चहेते ठेकेदार को दिया गया*।