अमेठी-टाउन एरिया व ग्राम पंचायतों में निरंतर छिड़काव व फागिंग कराई जाए तथा सड़क किनारे उगी झाड़ियों को भी कटवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें-DM
अमेठी-टाउन एरिया व ग्राम पंचायतों में निरंतर छिड़काव व फागिंग कराई जाए तथा सड़क किनारे उगी झाड़ियों को भी कटवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।-DM
रिपोर्ट-चंदन दूबे
जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में द्वितीय संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अन्तर्गत जनपद स्तरीय सप्ताहिक अन्तर्विभागीय समन्वय बैठक सम्पन्न हुई।इस अवसर पर संचारी रोग एवं दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण हेतु विस्तार से समीक्षा की गयी।डीएम ने सभी अधिशासी अधिकारी व जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी टाउन एरिया व ग्राम पंचायतों में निरंतर छिड़काव व फागिंग कराई जाए तथा सड़क किनारे उगी झाड़ियों को भी कटवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी सम्बन्धित विभागों से समन्वय बनाकर संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा को सफल बनाना सुनिश्चित करें।उन्होनें कहा कि इस पखवारा के अन्तर्गत साफ-सफाई, कचड़ा निस्तारण, पेयजल आदि पर विशेष ध्यान दिया जाये।
उन्होंने कहा कि इंसेफ्लाइटिस (एईएस), जापनी इंसेफ्लाइटिस, मष्तिष्क ज्वर, डेंगू, मलेरिया,चिकुनगुनिया जानलेवा रोग है,परन्तु इससे बचाव सम्भव है।
उन्होनें कहा कि संक्रामक रोगों से बचाव के लिए किसी प्रकार का ज्वर या बुखार होने पर नजदीक के सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर रोगी को तुरन्त ले जायें, शौच के बाद तथा खाने से पहले साबुन से हाथ अंगुलियों के जड़ों तक व नाखून को हथेली पर रगड़कर अच्छी तरह धोएं तथा घर के आसपास सफाई रखें तथा घर का कूड़ा करकट कूड़ेदान में रखें।शौच के लिए हमेशा पक्के स्वच्छ शौचालय का प्रयोग करें।
डीएम ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक को विद्यालयों में बच्चों को इस पखवाड़े के बारे में विस्तृत जानकारी देने व दिमागी बुखार,डेंगू, मलेरिया आदि से बचाव हेतु जागरूक करने के निर्देश दिए। इसी के साथ-साथ बच्चों को समयानुसार सभी जीवन रक्षक टीके अवश्य लगवाएं साथ ही साथ 9 माह पर प्रथम डोज एवं 16 से 24 माह के आयुवर्ग पर जेई वैक्सीन की दूसरी डोज अवश्य लगायें।जिलाधिकारी ने जिला मलेरिया अधिकारी को टीम बनाकर घरों,रेस्टोरेंट, ढाबों पर जाकर कूलर में जमे हुए पानी, नालों /नालियों की सफाई के प्रति लोगों को जागरूक करें।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आर एम श्रीवास्तव ने कहा कि हैजा,गैस्ट्रो, डायरिया,पीलिया, टायफाइड,एईएस आदि संक्रामक रोग प्रदूषित जल के सेवन एवं दूषित भोजन करने से होता है तथा मलेरिया,डेंगू,जेई आदि वेक्टर जनित रोग जल भराव से उत्पन्न मच्छरों द्वारा होता है। उन्होनें इससे बचने के उपाय भी बताये।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रभुनाथ,अपर जिलाधिकारी वंदिता श्रीवास्तव,अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम सरोज,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर.एम.श्रीवास्तव, प्रभागीय वन अधिकारी यू.पी. सिंह सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।