सुलतानपुर- “आठवां” विश्व विकलांगता और पुनर्वास सम्मेलन में जनपद के मुख्य राजस्व अधिकारी ने प्रस्तुत किए अपने शोधपत्र।
श्रीलंका में आयोजित “आठवां” विश्व विकलांगता और पुनर्वास सम्मेलन में जनपद के मुख्य राजस्व अधिकारी ने अपने शोधपत्र किए प्रस्तुत।
सुलतानपुर: दो दिवसीय “आठवां” विश्व विकलांगता और पुनर्वास सम्मेलन (वर्ल्ड डिसवैलिटी एंड रिहैविटेशन) नौ और दस नवंबर को श्रीलंका की राजधानी कोलंबों के ताज समुद्रा होटल में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य मंत्री बाल महिला कल्याण सामाजिक सशक्तीकरण श्रीलंका सरकार व अध्यक्षता लोरेन ओ कार्नर द्वारा किया गया। “आठवां” विश्व विकलांगता और पुनर्वास सम्मेलन में 121 देशों से आये शोधकर्ताओं ने अपने- अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए। सम्मेलन में पहुँचे जनपद के मुख्य राजस्व अधिकारी शैलेंद्र कुमार मिश्र द्वारा निर्धन दिव्यांगों के आत्मबल व अन्य दिव्यांगों के आत्मबल का तुलनात्मक अध्ययन प्रस्तुत किया। उन्होंने निर्धन दिव्यांगों के आत्मबल को बढ़ाने के उपाय पर शोधपत्र प्रस्तुत किया। यह शोधपत्र पीपीटी पोस्टर प्रजेंटेशन, तकनीकी सत्र व कार्यशाला पर आधारित रहा जिसमें उन्होंने बताया कि निर्धन दिव्यांग परिवार के बच्चों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उनके निवास से दूर प्रशिक्षण केंद्र खोलकर उन्हें प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। इससे उनके कौशल को बढ़ाया जा सकेगा जिससे दिव्यांगों में भी आत्म निर्भरता की ओर कदम बढ़ाया जा सकेंगे।श्री मिश्र ने आगे बताया कि साथ ही बच्चों के परिवार वालों को भी प्रशिक्षित करने की व्यवस्था की जानी चाहिए। इससे वह अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के बारे में सोच सकेंगे।गौरतलब हो कि जनपद के मुख्य राजस्व अधिकारी शैलेंद्र कुमार मिश्र द्वारा इसके पूर्व जर्मनी व मैक्सिको में भी आयोजित सेमिनार में प्रतिभाग कर चुके हैं।
मुख्य राजस्व अधिकारी शैलेंद्र कुमार मिश्र का कहना है कि वर्ल्ड डिसवैलिटी एंड रिहैविटेशन सम्मेलन यानी विश्व विकलांगता और पुनर्वास सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में विकलांगता पर अध्ययन और पुनर्वास के विकास और बेहतरी के लिए सहयोग और सहयोग बढ़ाने के लिए शिक्षाविदों, पेशेवरों, शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं और विद्वानों को अपने ज्ञान और अनुभव को साझा करने के लिए एक मंच पर इकट्ठा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जिससे दिव्यांगों के आत्मविश्वास में वृद्धि हो सके।