सुलतानपुर-गहमा-गहमी के बीच वकीलों की वार्षिक बैठक सम्पन्न,17 जुलाई को बिकेगा पर्चा, 29 को मतदान
*गहमा-गहमी के बीच वकीलों की वार्षिक बैठक सम्पन्न*
*साल भर में हुई करीब एक करोड़ की आय, बचे 28.87 लाख रूपये*
*17 जुलाई को बिकेगा पर्चा, 29 को मतदान*
रिपोर्ट-अंकुश यादव एडवोकेट
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सुलतानपुर। अधिवक्ता संघ की वार्षिक सामान्य सभा की बैठक मामूली गहमा गहमी के बीच सम्पन्न हुई। जिसमें बार अध्यक्ष व महासचिव ने साल भर का लेखा-जोखा पेश किया। पूरे वर्ष भर में करीब एक करोड़ एक लाख पच्चासी हजार रुपये की आय बतायी गयी। कुल 75.30 लाख रुपये का खर्च बताया गया। जबकि करीब 28.87 लाख रूपये की बचत बताई गयी। बैठक में आगामी चुनाव का बिगुल भी बज गया है।
मालूम हो कि कलेक्ट्रेट स्थित संघ भवन में अधिवक्ताओं की वार्षिक सामान्य सभा की बैठक आयोजित की गयी। जिसकी अध्यक्षता बार अध्यक्ष संदीप सिंह ठाकुर ने की। वहीं संचालन महासचिव ज्ञान प्रकाश तिवारी ने किया। अध्यक्षसचिव ने बैठक में अपने पूरे साल भर के कार्यकाल में हुए आय-व्यय के ब्यौरे को सदन के समक्ष प्रस्तुत किया। अध्यक्ष व महासचिव ने 30 जून 2018 से लेकर 30 जून 2019 के बीच हुई बार की सम्पूर्ण आय करीब एक करोड़ एक लाख 85 हजार 71 रूपये बताई है। जबकि साल भर में सम्पूर्ण व्यय करीब 75 लाख 30 हजार 658 रूपये बताई गयी है। इन सबके उपरांत 28 लाख 87 हजार 303 रूपये पूरे कार्यकाल की बचत बताई गयी है। पूरे वर्ष भर में मृतक अधिवक्ताओं के परिवार को 43.45 लाख रूपये सहायता राशि दी गयी है। 80 वर्ष के ऊपर की उम्र के अधिवक्ताओं को 92 हजार रुपये एवं गम्भीर बीमारी से पीड़ित अधिवक्ताओं को करीब 7.67 लाख रूपये सहायता राशि दी गयी है। 70 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके छः सदस्यों की कल्याण निधि से निर्धारित शुल्क काटकर उन्हें आजीवन सदस्य बनाया गया है। बैठक में आय-व्यय का ब्यौरा, सचिव एवं सम्प्रेक्षण आख्या पेश किये जाने के दौरान कुछ अधिवक्ताओं ने अपने सम्बोधन में आपत्ति भी जताई। इस दौरान अधिवक्ताओं ने अगले चुनाव में अधिवक्ता समाज के सच्चे हित के लिए जाति-पाति व वर्ग के भेद-भाव से उठकर अच्छे प्रत्याशी को चुनने के विषय पर बल दिया। मामूली गहमा गहमी के बीच पेश ब्यौरा पास कर दिया गया। बार अध्यक्ष संदीप सिंह ठाकुर व महासचिव ने इल्डर्स कमेटी की चेयरमैन व सभी अधिवक्ताओं के प्रति आभार प्रकट किया। सामान्य सभा की वार्षिक बैठक में ही आगामी चुनाव की तिथि भी घोषित कर दी गयी है। जिसके मद्देनजर 17 जुलाई को नामांकन पत्रों की बिक्री, 18 जुलाई को पर्चा दाखिला, 19 जुलाई को नामांकन पत्रों की जांच, 20 जुलाई को नामांकन पत्रों की वापसी, 29 जुलाई को मतदान, 30 जुलाई को मतगणना व 31 जुलाई को चुनाव परिणाम की घोषणा किये जाने की तिथि तय की गयी है। चुनाव तिथि घोषित होने से संभावित उम्मीदवारों के बीच उथल-पुथल तेज हो गयी है। इस दौरान पूर्व बार अध्यक्ष राय साहब सिंह, नरोत्तम शुक्ल, नरेन्द्र बहादुर सिंह, प्रेमनाथ पांडेय, सूर्य प्रसाद पांडेय, पूर्व महासचिव रामअछैवर तिवारी, बद्री प्रसाद पांडेय, राजेश कुमार वाजपेयी, अधिवक्ता अशोक कुमार शुक्ल, पं. संजय शर्मा, अशोक त्रिपाठी, पूर्व एडीजीसी रामखलावन यादव, अच्छेराम यादव, अशोक यादव, रामकिशुन यादव, विवेक कुमार सिंह, हेमंत मिश्र, डा. राघवेन्द्र विक्रम सिंह, विजय कुमार सिंह, इन्द्र कुमार प्रजापति, देवेश यादव समेत सैकड़ों अधिवक्ता मौजूद रहे।
*कार्यकारिणी पदाधिकारियों ने लगाया था आरोप*
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बार अध्यक्ष व महासचिव की कार्यशैली पर वर्तमान कार्यकारिणी के पदाधिकारी सुरेन्द्र कुमार मिश्र बहुगुणा, ओमप्रकाश ओझा, चंद्रप्रकाश मिश्रा, गौरीशंकर तिवारी, रोहित पांडेय समेत अन्य सदस्यों ने अनियमितता का आरोप लगाते हुए वार्षिक साधारण सभा की कार्यवाही स्थगित कर कुछ बिंदुओं पर जांच करने की मांग की। फिलहाल उनकी इस मांग का कुछ असर दिखाई नहीं दिया।
*बगैर सीओपी नम्बर के नहीं ले सकेंगें चुनाव में हिस्सा*
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शुक्रवार को वार्षिक साधारण सभा की बैठक में लेखा-जोखा रिपोर्ट पास हो जाने के बाद आगामी चुनाव की तिथि की भी घोषणा कर दी गयी। इस बार संभावित मतदाताओं की संख्या 1774 बताई जा रही है। जिनमें कुछ अधिवक्ताओं की सदस्यता शुल्क न जमा होने एवं नॉन प्रैक्टिसनर होने के चलते मतदाता सूची से उनके नाम हटाने की संभावना जताई जा रही है। इस बार बगैर सीओपी नम्बर वाले अधिवक्ताओं को चुनाव में हिस्सा लेने से साफ मना कर दिया गया है। सदस्यता सूची के मुताबिक कुल करीब 735 ब्राह्मण मतदाता, 435 क्षत्रिय मतदाता व करीब 604 अन्य वर्ग के मतदाता बताए जा रहे है। कुल वोटरों में से लगभग 325 युवा मतदाताओं की संख्या बताई जा रही है। इस बार किस प्रत्याशी का दांव किस बल पर लगेगा यह आने वाला वक्त ही बताएगा।