भंवरेश्वर मंदिर के समीप चल रहा कई वर्षों से अवैद्य शराब का कारोबार
प्राचीन मंदिर भंवरेश्वर के समीप पांच बजते ही अपनी अपनी अवैद्य शराब को लेकर दुकानें सजाने लगते हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट -उन्नाव
रिपोर्ट -अतुल कुमार
रायबरेली के बछरावां थाना क्षेत्र के अंतर्गत बहुत ही प्राचीन मंदिर बाबा भंवरेश्वर के नाम से प्रसिद्ध है, जहां पर लाखों की संख्या मे दर्शनार्थी दर्शन करने के लिए आते हैं, यह प्रचीन भंवरेश्वर का मंदिर सई नदी के किनारे बछरावां थाना क्षेत्र में बना हुआ है, सई नदी के पार करते ही उन्नाव जिला के मौरावा क्षेत्र के थाना की शुरुआत होती है वहीं दूसरी ओर मंदिर से पचास मीटर आगे बढ़ते ही लखनऊ के निगोहा थाना क्षेत्र शुरूवात हो जाती है, वही उन्नाव के मौरावा क्षेत्र अशरेंदा गांव में अवैध शराब का कारोबार कई सालों से फल फूल रहा है कई बार वहां पर छापेमारी भी हुई लेकिन मामला जस का तस बना हुआ है, पाँच बजते ही इस प्राचीन मंदिर बाबा भंवरेश्वर के समीप अपनी -अपनी अवैध शराब को झोला व बोरियों में भरकर सई नदी को पार कर अवैद्य शराब को लेकर दुकानें सजाने के लिए पहुंच जाते हैं और वहां शराबियों का जमवाड़ा लगने लगता है, इस प्राचीन मंदिर में काफी दूर दराज से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं दर्शन करने वाले लोगों से भी शराब पीने के बाद शराबी नशे में धुत्त अभद्रता करते दिखाई देते हैं और मारपीट भी करते हैं, यह अवैध शराब का कारोबार तो उन्नाव केे मौरावा थाना क्षेत्र अंसरेंदा गांव में बनाई जाती है, परन्तु दुकानें लगती हैं रायबरेली के बछरावां थाना क्षेत्र में , और दूसरे जगहों पर लखनऊ के निगोहा थाना क्षेत्र से होकर कई गांव को पहुंचाई जाती है, वही तीन थानों की पुलिस के नाक के नीचे शराब का अवैध कारोबार का धंधा कई वर्षों से बाकायदा चल रहा है। पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। अब देखना यह है कि इन शराब व्यवसायियों पर कब नकेल कसी जाती है।