जनपद में गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसवपूर्व सभी जांचो के लिए फ्री कैम्प शुरू,सीडीओ अतुल वत्स इस अभियान कर रहे हैं देखरेख,देखे पूरी रिपोर्ट।

0 203

- Advertisement -

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) देश में तीन करोड़ से अधिक गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत लाभार्थियों को हर महीने की 9 तारीख़ को प्रसव पूर्व देखभाल सेवाओं जांच और दवाओं सहित न्यूनतम पैकेज प्रदान किया जाएगा।इसी योजना के तहत सुल्तानपुर जनपद में मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स ने इस पर काम करते हुए युद्घ स्तर पर शुरू किया है। जानकारी देते हुए जनपद की विकास का जिम्मा उठाये सीडीओ अतुल वत्स ने बताया कि

- Advertisement -


जनपद में गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसवपूर्व सभी जांचो के लिए फ्री कैम्प शुरू,सीडीओ अतुल वत्स इस अभियान कर रहे हैं देखरेख।

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत 9 जून से जिला अस्पताल, यूपीएचसी सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवतियों की प्रसव पूर्व जांच शुरू किया गया है । इस योजना के तहत गर्भवतियों का वजन, उंचाई, पेट की जांच, खून की जांच, हीमोग्लोबिन, रक्तचाप, शुगर, एचआईवी, सिफलिस, हदय स्पंदन, यूरिन, सोनोग्राफी आदि जांचों सहित आवश्यक दवाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं।

इस पूरे कार्यक्रम की देख रेख कर जनपद के सीडीओ अतुल वत्स ने बताया कि इस योजना के तहत अभी तक जनपद में 16 सौ महिलाओं ने जांच कराई है।

इस योजना में प्रत्येक गर्भवती महिला को गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व जांच सुविधाओं के लिए प्रत्येक माह 9 तारीख को एएनसी सेवाएं देने के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों ने विभिन्न चिकित्सा संस्थानों पर गर्भवतियों की जांच के साथ ही गर्भावस्था के दौरान किसी भी गर्भवती में जटिलता पाए जाने पर उच्च संस्थानों पर भी रेफर किया जाएगा। चिकित्सकों द्वारा गर्भावस्था में आने वाली जटिलताओं के बारे में जागरूक किया जाएगा। महिलाओं को समझाया जाएगा कि उन्हें इस दौरान क्या खाना है, कैसे अपना खयाल रखना है। प्रसव के पूर्व उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, हारमोन संबंधी परेशानियां हो सकती है। उसके लिए समय पर डॉक्टर से मिलना है।

जनपद की अन्य खबरों में-

दबंगो ने महिला को बुरी तरीके से पीटा, गिराई दीवार,थाने पर एफआईआर की बजाय दबाव बना हो रही सुलह की कोशिश।