#Sultanpur- #सोलहसंस्कारों को #अपनाऐंपरिवार – अशोक उपाध्याय

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सोलह संस्कारों को अपनाऐं परिवार : अशोक उपाध्याय


सुलतानपुर, 3 अक्टूबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुसांगिक संगठन कुटुंब प्रबोधन के क्षेत्र प्रमुख अशोक उपाध्याय ने कहाकि परिवार में बच्चों में संस्कार दिए बिना उससे पाने की इच्छा नही रख सकते है। आज परिवार का मुखिया ही संस्कारो को नही जानता है। परिवार को देश और समाज की चिंता करनी होगी। हमें शीघ्र सोलह संस्कारों को अपनाना होगा।
सरस्वती शिशु मंदिर के सभागार में आज कुटुंब प्रबोधन का दो सत्रीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि परिवारों की स्थिति आज यह हो गयी है कि माँ को पुत्री अपने दर्द नही बता पाती, हमारे पास फुर्सत ही नही है। जब लड़की गलत कदम उठा लेती है तो हम कहते है कि ऐसा कैसे हो गया। लव जिहाद इसी का परिणाम हैं।

सभी को आज सामाजिक समरसता की गतिविधि शुरू करनी पड़ेगी। कुटुंब में केवल पति पत्नी बच्चे ही नही थे। आज हमारे बच्चों को भी कुटुंब नही पता। इसमें नाना, नानी, बाबा, बुआ, चचा चाची हुआ करते थे। घर में कोई मृत्यु हो जाने पर घर में खाना नही बनता है तो सम्बन्धी के घर से खाना आता है यह क्या हैं ? हमारे कुटुंब की संस्कृति है।


इससे पहले डॉ जे पी सिंह ने कहाकि परिवार में सामंजस्य रहेगा तो कोई कलह नही होगीं। तिवो सीरियल में चलुपना दिखा रहा है जो परिवार व बच्चों पर बुरा प्रभाव डालता हैं। जैसे हमारे शरीर की तरह उपयुक्त खाद खुन में बदल देता है। शेष निकाल देता हैं हम समाज व राष्ट्र के एक अंग हैं। हम परिवार के साथ बेहतर करने से समाज व देश के साथ स्वमेव बेहतर होगा।


प्रथम सत्र व उद्घाटन कार्यक्रम में प्रान्त कुटुंब प्रबोधन प्रमुख सुखदेव ने आज यहां कुटुंब प्रबोधन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहाकि जिस घर में माता पिता का अनादर होता है, उस घर में लक्ष्मी प्रवेश नही करती है । परिवार वटवृक्ष, अहंकार की आरी कपट की कुल्हाड़ी से यह पेड़ गिर जाता हैं। आज हम सभी उससे विरत हो गए है। वृक्ष की रक्षा करो। आप के अंदर सहनशीलता, लिए। कुटुंब को सजाइये और सवारिये।
तमाम आपदाएं विपत्तियों के निपतने का सरल उपाय है। सप्ताह में एक दिन पूरा परिवार बैठे। उसे कुटुंब मंगल संवाद कहते हैं। घर की माताएं उस दिन गम्भीरता से अल्पाहार बना लें ताकि काम व्यवधान न हो। उस दिन सभी वर्ग के लोग एक कक्षा में बैठे और अपने कुल देवता का, देवता का स्मरण करें। एक हनुमान चालीसा का पथ एक साथ करें। उसके बाद योग व्यायाम, यौगिक क्रिया करें। किसी महापुरुष पर चर्चा करें । राष्ट्रीय नायकों के बारे में एक विषय को चुनना। अन्नदान की परंपरा को बनाये रखे। पाश्चात्य संस्कृति सॉरी और थैंक्स पर टिका हैं। उनके पास कोई वेद ग्रन्थ नही है। हमारे पास तो बहुत ग्रंथ व वेद हैं। कोई हमारे लिए एक कदम भी चले तो कृतज्ञ होना चाहिए। उसके साथ चार कदम चलने का मन बनाना चाहिए।


कार्यक्रम में संघ के विभाग संघ चालक डॉ रमा शंकर मिश्र, डॉ जेपी सिंह, जिला संघचालक डॉ ए के सिंह, जिला कार्यवाह पवनेश मिश्र, जिला कुटुंब प्रबोधन प्रमुख शिव नारायण तिवारी, जिला प्रचार प्रमुख शेषमणि दुबे, माता प्रसाद शुक्ल, अजय सिंह, राम सिंह प्रधानाचार्य, लक्ष्मी नारायण शुक्ल, अखिलेश पांडेय, अक्षय पांडेय आदि मौजूद रहे। संचालन अनिल पांडेय ने किया। कार्यक्रम में सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, विवेकानंद नगर सुल्तानपुर की छात्राओं ने विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। मातृ शक्ति संयोजिका प्रतिमा मिश्र ने कविता प्रस्तुत किया।

#Sultanpur-#भाजपा में #लाखोंकार्यकर्ता हैं। एक दो लोगों के जाने का #कोईमतलबनही- #स्टाम्पमंत्री।

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