जीवन ज्योति हास्पिटल में परिजनों ने लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप, हुई मौत,देखे क्या था पूरा मामला।
रिपोर्ट अंकुश यादव एडवोकेट
जीवन ज्योति हास्पिटल के डॉक्टर व सहयोगी कर्मियों पर गम्भीर आरोप,मरीज ‘पिंटू’ की मौत का मामला
परिजनों ने लगाया इलाज में लापरवाही के चलते मौत का आरोप,अस्पताल कर्मियों के खिलाफ पड़ी तहरीर
आरोप-अस्पतालों में मरीजो के इलाज की आड़ में धन वसूली के लिए चलता है घिनौना खेल
सुलतानपुर। जीवन ज्योति हास्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराये गये मरीज राजेश उर्फ पिंटू सोनी की हुई मौत,आज दोपहर में इलाज के लिए कराया गया था भर्ती, सुबह एक सड़क दुर्घटना में थाना रामगंज अंतर्गत पिंटू को आई थी चोटें, आरोप के मुताबिक एक्सीडेंट में आई चोटो के बाद भी पिंटू की स्थिति रही सामान्य, जिसे इलाज के लिए जीवन ज्योति हास्पिटल में कराया गया था भर्ती, आरोप के मुताबिक तीमारदारों को गुमराह कर इलाज की आड़ में जिम्मेदार चिकित्सक व सहयोगी कर्मी करते रहे मरीज पिंटू का मनमाना इलाज, पिंटू को काफी देर तक एडमिट करने के बावजूद नही किया गया अपेक्षित उपचार, हालत बिगड़ने पर दी गई अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह, अल्ट्रासाउंड कराकर वापस लौटने पर मरीज को देखने मे अस्पताल के जिम्मेदार करने लगे आनाकानी, आरोप के मुताबिक इलाज में लापरवाही के चलते हुई पिंटू की मौत, अस्पताल संचालक के बयान में भी घालमेल, सूत्रों के मुताबिक गैर अनुभवी जिम्मेदार चिकित्सा कर्मियों के जरिये गलत ट्रीटमेंट के चलते बिगड़ी पिंटू की हालत और हो गई मौत, इलाज में लापरवाही के चलते पिंटू की मौत होने पर भड़के परिजन, परिजनों ने कही शिकायत व कार्यवाही की बात तो अस्पताल के लोगो ने दी प्रशासन को अपने प्रभाव में लेकर देख लेने की धमकी, मृतक के भाई राकेश सोनी ने जिम्मेदार चिकित्सा कर्मियों के खिलाफ नगर कोतवाल को दी तहरीर, मौके पर पहुँचे कोतवाल भूपेंद्र सिंह ने कहा पोस्टमार्टम होने के बाद दें तहरीर, परिजनों ने कोतवाल से मिलकर दी घटना की पूरी जानकारी, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शुरू की पंचायतनामा की कार्यवाही,काफी देर बीतने के बाद भी पोस्टमार्टम के लिए नही भेजी जा सकी पिंटू की लाश, पुलिस की कार्यशैली पर भी उठ रहा सवाल, कोतवाली नगर क्षेत्र अंतर्गत गोमती नदी के पुल के पास स्थित जीवन ज्योति हास्पिटल से जुड़ा मामला, आजकल अस्पतालों में इलाज की आड़ में पीड़ित लोगों को सही जवाब व इलाज की सुविधा देने के बजाय धन उगाही का चलता है खेल,जिले भर में लगातार अस्पतालों से जुड़े सामने आ रहे कई मामले, जिला प्रशासन बना है बेखबर।