सुलतानपुर-कोविड 19 का स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर प्रभाव विषय पर वेबिनार का हुआ आयोजन

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सुल्तानपुर

कोविड 19 का स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर प्रभाव विषय पर वेबिनार का हुआ आयोजन

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KNIPSS सुल्तानपुर द्वारा KGMU लखनऊ, लखनऊ विवि., संयुक्त तत्वाधान में हुआ आयोजन

कई विश्वविद्यालयों एवं मेडिकल विश्वविद्यालयों के वक्ता हुये शामिल

वक्ताओं ने कोरोना महामारी की बढ़ती भयावहता और उससे रोकथाम पर विस्तार से की चर्चा

जिले के KNIPSS के प्राचार्य डॉ राधेश्याम सिंह ने भी किया संबोधित

आज के एन आई पी एस एस सुल्तानपुर द्वारा केजीएमयू , लखनऊ, हास्पिटल प्रशासन एसजीपीजीआई, लखनऊ और लखनऊ विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में कोविड – 19 का स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर प्रभाव विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमें वक्ताओं ने कोविड -19 के स्वास्थ्य और शिक्षा पर पड़ रहे असर पर विचार मंथन किया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को मुख्य अतिथि डा एम एल बी भट्ट कुलपति के जी एम यू लखनऊ, एवं प्रो मनोज दीक्षित कुलपति अवध विश्वविद्यालय अयोध्या, प्रो हेमचन्द्रा कुलपति हेमवती नन्दन बहुगुणा चिकित्सा विश्वविद्यालय देहरादून, प्रो ए के सिंह कुलपति एबीबीम यूनिवर्सिटी लखनऊ,डा राधेश्याम सिंह प्राचार्य के एन आई सुल्तानपुर तथा डा राजेश हर्षवर्धन एसजीपीजीआई लखनऊ ने सम्बोधित किया। वक्ताओं ने महामारी की बढती भयावहता और उससे बचाव पर विस्तार से चर्चा की तथा इससे शिक्षा और स्वास्थ्य जगत में उपजी चुनौतियों तथा कोरोना के के चलते कार्यक्षेत्र में आवश्यक बदलावों की जरूरत पर विचार व्यक्त किए। इस दौरान कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक विज्ञान संस्थान के प्राचार्य डॉ राधे श्याम सिंह ने कहा कि आनलाइन शिक्षा से गरीबी और अमीरी की खाई और चौडी़ हो सकती है

द्वित्तीय सत्र में प्रो ए के सिंह, बी एच यू ने कोरोना विषाणु की आनुवंशिकी एवं उसके उद्भव पर प्रकाश डाला। प्रो जोसेफ सिंह लक्ष्मीबाई नेशनल इन्स्टीट्यूट आफ फिजिकल एजूकेशन ग्वालियर ने कोविड काल में शारीरिक सक्रियता को बनाए रखने के लिए पुशअप्स, सिटअप्स, प्लांक्स करते रहने की सलाह दी। डा शालिनी श्रीवास्तव ने आहार और जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव को कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक बताया, डा कामाख्या कुमार , डा अमित , डा ईश्वर सरन, डा डी एन राय, डा राम किशोर, डा एन एल यादव ने योग, प्राणायाम, जलनेति आदि के नियमित अभ्यास को रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए आवश्यक बताया। प्रो यशवन्त सिंह पूर्व प्राचार्य ने स्वास्थ्य के अधिकार को जीवन के मूल अधिकार का हिस्सा बताते हुए कोविड के डर से डाक्टरों तथा अस्पतालों द्वारा दूसरी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों की अनदेखी पर अफसोस जाहिर किया। कार्यक्रम का संयोजन डा रामनयन सिंह, अतिथि परिचय सचिव डा राजीव मिश्रा तथा धन्यवाद ग्यापन डा सुनील प्रताप सिंह तथा डा प्रवीन कुमार सिंह द्वारा किया गया। इस दौरान तकनीकी सहयोग संजय पांडेय, दीप बरनवाल तथा अवधेश दूबे द्वारा प्रदान किया गया। उप प्राचार्य डा सुशील कुमार सिंह ने सफल कार्यक्रम के लिए आयोजकों को बधाई दी।