सुलतानपुर/लखनऊ। बहुचर्चित आभूषण डकैती कांड को लेकर हाईकोर्ट में बियस कार्पस याचिका पर आज हुई सुनवाई।

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*सुलतानपुर/लखनऊ। बहुचर्चित आभूषण डकैती कांड में पांच दिनों की पुलिस रिमांड पर चल रहे मास्टरमाइंड आरोपी बिपिन सिंह के भाई विवेक सिंह व विमल सिंह को अवैध तरीके से कस्टडी में रखने को लेकर हाईकोर्ट में हैबियस कार्पस याचिका पर सुनवाई आज। केस की गम्भीरता को देखते हुए हाईकोर्ट ने पहले नम्बर पर केस को किया है सूचीबद्ध। आज याची पक्ष को हाईकोर्ट में पेश करने है अपने साक्ष्य। कोर्ट ने साक्ष्य उपलब्ध होने पर मामले में लिया संज्ञान तो बढ़ सकती है दोनों जिले की पुलिस की मुश्किलें। अमेठी-सुलतानपुर जिले के एसपी समेत अन्य पुलिस ऑफिसर याचिका में बनाये गये है पार्टी*

*पिछली पेशी पर सरकार पक्ष के वकील ने मामले को झूठा बताते हुए आरोपो से किया था इंकार। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने पुलिस विभाग को आरोपो से जुड़े किसी भी सबूत से छेड़छाड़ न करने की दी थी चेतावनी। किसी प्रकार की गड़बड़ करने पर कार्यवाही करने की हाईकोर्ट ने पुलिस को दी थी चेतावनी। वहीं हाईकोर्ट ने याची पक्ष को अपने साक्ष्यों को पेश करने के लिए दिया था निर्देश। अमेठी जिला अंतर्गत स्थित मोहनगंज थाना क्षेत्र के भवानी नगर निवासी विनय सिंह ने कई जगहों पर शिकायत कर एवं हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर पुलिस पर लगाये है गम्भीर आरोप*

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*याची पक्ष के आरोप के मुताबिक बीते 28 अगस्त को सुलतानपुर में हुए डकैतीकाण्ड के बाद बिपिन सिंह की तलाश में उसके घर गई थी पुलिस। जहाँ बिपिन सिंह के न मिलने पर उसके भाई विमल सिंह को उठा ले आई थी पुलिस। इसी के बाद बिपिन सिंह ने पुलिस को चकमा देकर रायबरेली गैंगस्टर कोर्ट में कर दिया था सरेंडर। आरोप के मुताबिक विमल को कई घण्टो बाद भी न छोड़ने पर लखनऊ में रहकर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने वाला उसका भाई विवेक सिंह अपने भाई के बारे में जानकारी लेने व खाना देने पहुँचा था मोहनगंज थाने। इसी घटना क्रम के बाद से विमल सिंह व उसके भाई विवेक सिंह को मोहनगंज थाने में निरुद्ध किये रहने व उसके बाद किसी षडयंत्र के तहत उन्हें अन्य जगह पर ले जाने का लगा है आरोप। सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ के ऑफिसर डीके शाही भी प्रॉपर्टी डीलिंग व रियल स्टेट के कारोबार में है लिप्त। डीके शाही व लखनऊ में प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने वाले डकैती में शामिल बताए गये आरोपी विवेक सिंह से बताए जा रहे गहरे सम्बंध। फिलहाल पुलिस पर दोनों भाइयों को गलत तरीके से निरुद्ध रखने व उनके बारे में कोई जानकारी न देने का लग रहा आरोप। एसटीएफ ऑफिसर डीके शाही से प्रॉपर्टी डीलर विवेक सिंह के बीच बताए जा रहे गहरे सम्बन्ध का उनके परिवार को पुलिस देगी लाभ या और कुछ आयेगा सामने,भविष्य में बहुत कुछ सामने आना है शेष*

*सुलतानपुर पुलिस ने 34 अपराधों की क्रिमिनल हिस्ट्री वाले बिपिन सिंह को डकैती कांड में बनाया है आरोपी। बिपिन पर रेकी करने व प्लान तैयार कर बैकअप देने का है आरोप। फिलहाल पुलिस विभाग के जरिये जारी पत्र के मुताबिक विवेक सिंह पर इस डकैती के मुकदमे से जोड़ने के अलावा नहीं है कोई क्रिमिनल हिस्ट्री। वह भी पुलिस के जरिये इन सब घटना क्रम के बावत शिकायत होने के बाद बीते तीन सितंबर को 15 आरोपियो को मामले से जुड़ा होना बताकर जारी की गई थी क्रिमिनल हिस्ट्री। याची पक्ष ने मोहनगंज थाने में पुलिस विमल सिंह व विवेक सिंह को मौजूद होने के कई वीडियो,लोकेशन व अन्य साक्ष्य मौजूद होने का किया है दावा। मोहनगंज थाने में अन्य जनपद से गयी पुलिस की सरकारी गाड़ी का वीडियो भी याची पक्ष के पास है मौजूद। जिस पर संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट के जस्टिस विवेक चौधरी व नरेंद्र कुमार जौहरी की बेंच ने पेशी पर साक्ष्य पेश करने का दिया था निर्देश। याची पक्ष के अधिवक्ता ने पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाते हुए इनसे निष्पक्ष जांच व कार्यवाही की कोई उम्मीद न जताते हुए पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई या अन्य किसी बड़ी एजेंसी से कराने पर अपराधी व पुलिस की भूमिका स्पष्ट हो जाने का जताया है विश्वास*