सुल्तानपुर- करौंदीकलां ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ लामबंद हुए बीडीसी,पहुंचे डीएम के दरबार, तो वही अविश्वास प्रस्ताव पर प्रमुख विनोद गौतम का क्या है पलटवार,देखे रिपोर्ट।

0 47

- Advertisement -

Sultanpur

करौंदीकलां ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ लामबंद हुए बीडीसी सदस्य जिलाधिकारी कृत्तिका ज्योत्स्ना को सौंपा अविश्वास का नोटिस।

- Advertisement -

करौंदीकलां ब्लॉक प्रमुख विनोद गौतम के खिलाफ दो तिहाई सदस्यों ने अविश्वास का दिया नोटिस, बीडीसी सदस्य सुमन गौतम के नेतृत्व में बीडीसी सदस्यों के एफिडेविट की कॉपी जिलाधिकारी को दी गई।

पूर्व में भी ब्लॉक प्रमुख विनोद गौतम के ख़िलाफ़ लामबंद हुए थे सदस्य अविश्वाश प्रस्ताव की थी तैयारी, दोनो तरफ के सत्ता पक्ष से होने की वजह से मामले हुआ गंभीर।

*अपडेट सुल्तानपुर ब्रेकिंग*

करौंदीकला ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव पर प्रमुख विनोद गौतम का पलटवार। पत्र जारी कर बोले, मेरे पास क्षेत्र पंचायत सदस्यों का पूरा समर्थन। अविश्वास प्रस्ताव कूटरचित, निराधार और भ्रामक। अधिकतर क्षेत्र पंचायत सदस्यों के बनाए गए फर्जी हस्ताक्षर। मैं सीएम योगी और पीएम मोदी का सिपाही, मुझे उनके न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा। किया दावा, , साजिशकर्ताओं के साथ नहीं करूंगा कोई सौदा।

यह भी बना है सवाल और उठ गई है चर्चा।

*अविश्वास प्रस्ताव पर विवाद, भाजपा ब्लॉक प्रमुख विनोद गौतम का विश्वास मत प्राप्त का दावा, अधिकांश क्षेत्र पंचायत सदस्यों के फर्जी हस्ताक्षर के आरोप*

करौदीकला/ सुल्तानपुर – जनपद सुल्तानपुर में भारतीय जनता पार्टी के करौँदीकला ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव ने राजनीतिक माहौल में उथल-पुथल मचा दी है। ब्लाक प्रमुख ने इस प्रस्ताव को निराधार बताते हुए दावा किया कि उनके पास पर्याप्त संख्या में क्षेत्र पंचायत सदस्यों का समर्थन है। उन्होंने कहा, “मुझे क्षेत्र पंचायत के अधिकतर सदस्यों का विश्वास मत प्राप्त है। यह प्रस्ताव कुछ स्वार्थ सिद्ध करने के लिए लोगों द्वारा कूट रचित तरीके से पेश किया गया है, जिनके पास पर्याप्त समर्थन नहीं है।

ब्लाक प्रमुख विनोद गौतम ने आरोप लगाया कि यह प्रस्ताव कुछ सहरंग , दबंग किस्म के लोगों द्वारा उनके ऊपर दबाव बनाने के लिए आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा कि ये लोग गरीब जनता की योजनाओं का स्वयं लाभ लेने के लिए नियम विरुद्ध कार्य कराने हेतु , लगातार दबाव बना रहे थे, और जब मैं उनके इस दबाव में नहीं आया , तो इन लोगों ने मेरे खिलाफ कूट रचित अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया ।

*पूर्व में हाईकोर्ट जा कर लगाया था आरोप*

इसके अतिरिक्त, सूत्रों के हवाले से खबर है कि प्रस्ताव पेश करने वाले सदस्यों पर आरोप है कि उन्होंने अधिकांश क्षेत्र पंचायत सदस्यों के हस्ताक्षर खुद ही बनाए हैं। यह पहला मौका नहीं है जब इन सदस्यों पर ऐसे आरोप लगे हैं इसके पूर्व में भी इन पर इसी तरह के फर्जी एंव कूट रचित कार्य करने के आरोप लगे थे। यहां तक कि विरोधियों ने पहले हाई कोर्ट में भी गौतम के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, जो अदालत में साबित नहीं हो पाए ।

इन घटनाओं ने जिले की राजनीति में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सभी की नजरें जिला प्रशासन की जांच और आगामी निर्णय पर टिकी हुई हैं।