“बहारें हमको ढूँढेंगी न जाने हम कहाँ होंगे” जैसे अफ़साने लिखने वाले मजरूह सुलतानपुरी का पार्क हुआ उपेक्षा का शिकार, सामाजिक संगठनों ने सौपा ज्ञापन।

न तुम होगे न हम होंगे, न दिल होगा मगर फ़िर भी हज़ारों मंजिलें होंगी हज़ारों कारवां होंगे।

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“बहारें हमको ढूँढेंगी न जाने हम कहाँ होंगे” जैसे अफ़साने लिखने वाले मजरूह सुलतानपुरी का पार्क हुआ उपेक्षा का शिकार, सामाजिक संगठनों ने सौपा ज्ञापन।

 

हमारे बाद अब महफ़िल में अफ़साने बयां होंगे…
बहारें हमको ढूँढेंगी न जाने हम कहाँ होंगे

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इसी अंदाज़ से झूमेगा मौसम, गाएगी दुनिया
मोहब्बत फ़िर हसीं होगी, नज़ारे फ़िर जवाँ होंगे

न तुम होगे न हम होंगे, न दिल होगा मगर फ़िर भी
हज़ारों मंजिलें होंगी हज़ारों कारवां होंगे।

*”बहारें हमको ढूँढेंगी न जाने हम कहाँ होंगे” जैसे अफ़साना लिखने वाले मजरूह सुलतानपुरी पार्क हुआ उपेक्षा का शिकार, संगठनों ने सौंपा ज्ञापन।*

सुल्तानपुर-।। फिल्म जगत में अपनी एक खास शख्सियत रखने वाले सुल्तानपुर जिले के गजेहडी निवासी शायर मजरूह सुल्तानपुरी के नाम से बना पार्क उपेक्षा का शिकार हो गया, जिसके चलते असमाजिक तत्वों द्वारा दीवाल को छतिग्रस्त कर दिया गया साथ उनके नाम के लगे बोर्ड को उखाड़ फेंका गया है और शिलापट्ट जमीन पर चूर चूर हो कर सिसकियों में तब्दील हो कर रह गई।,जनाब वह तो शुक्र है कि जनपद के सामाजिक संगठनो की नज़र उस पार्क पर पड़ गई और हो रहे इस उपेक्षा का विरोध कर आज प्रदर्शन किया, पूर्व प्रत्याशी इसौली विधानसभा आप पार्टी के अशफाक अहमद की अगुवाई में कांग्रेस नेता मकसूद आलम,सपा नेता शकील अहमद,जीशान अहमद, भास्कर देव मिश्रा, मोहम्मद सलीम, मोहम्मद मकसूद, हारून, मोहम्मद आरिफ, अनुज दुबे, शोहरत अली आफताब हुसैन, अजमल खान, राकेश कुमार,समेत तमाम लोगों
द्वारा नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा।
गौरतलब हो कि विश्व प्रसिद्ध गीतकार, नज्मकार, अपनी लेखनी से साहित्य जगत में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित और देश दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले सुल्तानपुर जिले के निवासी मजरूह सुल्तानपुरी के नाम से पार्क बना हुआ है। संगठनों का आरोप है कि पार्क की दीवार व बोर्ड साथ ही लिखे शिलापट्टिका को अराजक तत्वों ने तोड़ दिया हैं ।
बताते चलें कि नगर मजिस्ट्रेट दीपक वर्मा को सौंपे चार बिंदु के ज्ञापन में लिखा है कि शहर ही नहीं दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाले मजरूह सुल्तानपुरी अपने ही जिले में उपेक्षित है। उन्होंने ने मांग किया है कि पार्क की साफ सफाई, पुनः सही तरह से रखरखाव कर मजरूह सुल्तानपुरी की स्मृति में पक्का द्वारा का निर्माण, मजरुह सुल्तानपुर की स्मृति को नष्ट करने वाले अराजकतत्वों को चिन्हित कर उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही किया जाए। वही नगर मजिस्ट्रेट ने कार्यवाही करने का भरोसा दिया। इस पूरे मामले की अगुवाई कर रहे पूर्व प्रत्याशी इसौली विधानसभा आप पार्टी के अशफाक अहमद क्या कहते है आप भी सुने।