सुल्तानपुर- डिजिटलाइजेशन को लेकर मुखर हुआ शिक्षक संघ।
डिजिटलाइजेशन को लेकर मुखर हुआ शिक्षक संघ
सोमवार से काली पट्टी बांधकर पठन-पाठन करेंगे शिक्षक
ग्यारह जुलाई को मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित करेंगे ज्ञापन
सुल्तानपुर। 08 जुलाई 2024 को जनपद के समस्त शिक्षक/शिक्षिकाओं द्वारा अपने-अपने विद्यालय में पंजिकाओं का डिजिटलाइजेशन व डिजिटल (डिजिटल फेस छायांकन) के विरोध में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करते हुए पठन पाठन कार्य किया जाएगा राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय जिला अध्यक्ष ने बताया कि उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ सम्बद्ध अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ नई दिल्ली के निर्देशन में प्रेषित पत्र के अनुपालन में बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रणाधीन शिक्षक/शिक्षिकाओं के साथ विभाग द्वारा दोहरा माप दण्ड अपनाते हुए परिषदीय शिक्षक/शिक्षिकाओं से उपस्थिति कराए जाने संबंधी निर्देश का विरोध/आन्दोलन किए जाने का निर्णय लिया गया है समस्याओं के परिपेक्ष्य में*उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा सरकार, शासन एंव विभाग को प्रमुखता से पूर्व में प्रेषित पत्र के माध्यम से संज्ञानित कराया गया है।* जिसमें *प्रमुख रूप से प्रदेश के शिक्षकों का वेतन विसंगति, स्वास्थ बीमा, विद्यालयों में लिपिक की नियुक्ति एंव चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति की मांग व प्रदेश के शिक्षक/शिक्षिकाओं का गंभीर मुद्दा पुरानी पेंशन सहित अनेक कई मांगें/समस्यांए सम्मिलित है।* जिसका निराकरण विभाग द्वारा अभी तक नही किया गया है। *विभागीय उच्चाधिकारियों को संगठन द्वारा पत्र के माध्यम से यह भी अवगत कराया गया कि बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक/ शिक्षिकाओं के साथ दोहरा माप दण्ड अपनाते हुए प्रदेश के शिक्षक/शिक्षिकाओं से पंजीकाओं का डिजिटलाइजेशन व डिजिटल उपस्थिति (डिजिटल फेस छायांकन) कराया जाना उचित नही है।*
जबकि सचिवालय कर्मचारी, राज्य कर्मचारी, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा सहित *अन्य विभागों में बायोमेट्रिक प्रणाली लागू किया गया है या लागू किया जाना है। वहीं माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशानसार किसी भी व्यक्ति का डिजिटल फोटो छायांकन लिया जाना निजता का हनन माना गया है*। जिला मंत्री दिनेश उपाध्याय ने कहा कि संगठन द्वारा शासन एंव विभागीय उच्चाधिकारियों को यह भी अवगत कराया गया कि बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक/ शिक्षिकाओं की लम्बित व बाधित समस्याओं का समाधान किया जाना अति आवश्य है *जिसके उपरान्त ही अन्य विभागों में उपस्थिति के भांति बेसिक शिक्षा में भी प्रणाली लागू किया जाना समसामायिक होगा परन्तु विभागीय उच्चाधिकारियों द्वारा बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक/ शिक्षिकाओं के साथ दोहरा माप दण्ड अपनाते हुए प्रदेश के शिक्षक/शिक्षिकाओं से पंजीकाओं का डिजिटलाइजेशन व डिजिटल उपस्थिति कराए जाने का निर्देश दिनांक 08जुलाई2024 से डिजिटल उपस्थिति (डिजिटल छायाकंन उपस्थिति) दिए जाने का निर्देश जारी किए गए हैं जिला मीडिया प्रभारी रणवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ मांग करता है कि प्रदेश के शिक्षक/शिक्षिकाओं को 30 ई0एल0,हाफ इ0एल0,सप्ताह के दूसरे शनिवार को अवकाश सहित व्यवस्था लागू किया जाए एंव प्रदेश के शिक्षक/शिक्षिकाओं की पूर्व से लम्बित/बाधित समस्याओं का अतिशीघ्र समाधान किया जाए व परिषदीय शिक्षक/शिक्षिकाओं का वेतन विसंगति, स्वास्थ बीमा, विद्यालयों में लिपिक की नियुक्ति एंव चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति सहित प्रदेश के शिक्षक/शिक्षिकआों का गंभीर मुददा पुरानी पेंशन बहाल किया जाए*। उसके उपरान्त ही अन्य विभागों में कर्मचारियों की उपस्थिति की भांति बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रणाधीन शिक्षक/शिक्षिकाओं की उपस्थिति लिया जाना समसामायिक एंव प्रदेश के शिक्षक/शिक्षिकाओं के हित में होगा। इस संदर्भ में *आप सब अवगत हों कि बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रणाधीन शिक्षक/शिक्षिकाओं के साथ विभाग द्वारा दोहरा माप दण्ड अपनाते हुए परिषदीय शिक्षक/शिक्षिकाओं से पंजीकाओं का डिजिटलाइजेशन व डिजिटल (डिजिटल फेस छायांकन) उपस्थिति कराए जाने संबंधी निर्देश का पूर्ण वहिष्कार/ विरोध* किए जाने के निर्णय के क्रम में *उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा घोषित आन्दोलन कार्यक्रम निम्नवत् है :-*
1. *दिनांक 08 जुलाई 2024 को प्रदेश के समस्त शिक्षक/शिक्षिकाओं द्वारा अपने-अपने विद्यालय में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करते हुए पठन पाठन कार्य किया जाए*।
2. *दिनांक 11 जुलाई 2024 को प्रदेश के समस्त जनपद मुख्यालय पर जनपदीय कार्यसमिति/ब्लाक अध्यक्ष,मंत्री एकत्रित होकर जिलाधिकारी/जिला प्रशासन/जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री जी, उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित ज्ञापन दिया जाएगा।*प्रदेश संगठन के निर्देश के क्रम में जिला संगठन ने जिले के शिक्षकों से डिजिटल प्रक्रिया का पूर्ण बहिष्कार करते हुए पठन पाठन करते हुए संगठन के कार्यक्रमों को सफल बनाने का आवाह्न किया है।