सुलतानपुर- “कौन सुनेगा किसको सुनाएं-इसलिए चुप रहते हैं”?,धान क्रय केंद्र की अव्यवस्थाओं की पोल खोलती रिपोर्ट।
*•••कौन सुनेगा किसको सुनाएं-इसलिए चुप रहते हैं!*
*धान क्रय केंद्र पर अव्यवस्थाओं का बोल बाला*
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*रिपोर्ट योगेश यादव????️*
(सुल्तानपुर) नवीन मंडी में “नीलामी चबूतरा” के निकट बने धान क्रय केंद्र पर अव्यवस्थाओं का बोल बाला है। शुक्रवार को दर्जनों किसान सर्वर डाउन होने के कारण वापस लौट गए।किसानों ने बताया कि वह अपना धान बेचने के लिए कई दिनों से परेशान हैं जो डेट मिलती है उस डेट को भी उनका धान नही बिक पाता ऐसे में प्राइवेट आढ़तियों को मजबूरी में औने पौने दाम धान को बेचना पड़ रहा।
*25 रुपये कुंतल हुई धान की पल्लेदारी*
(सुल्तानपुर) महंगाई का हंटर किसानों की पीठ पर लगातार पड़ रहा है।बढ़ी मजदूरी, महंगे बीज, सिंचाई आदि के बाद अब मंडी के पल्लेदारों ने 25रुपये प्रति कुंतल धान की तौल करवाई ले रहे हैं जिससे किसानों की कमर टूट जा रही है।केंद्र पर आए किसान राम अभिलेख, राम दुलारे ,सन्तोष आदि ने बताया कि अचानक से मजदूरों ने पल्लेदारी की दरें दोगुनी कर दी जिससे उन्हें घाटा हो रहा।वहीं पल्लेदारों ने बताया कि महंगाई के इस दौर में मजबूरी में उन्हें अपनी पल्लेदारी बढ़ानी पड़ी है।
*मंडी में भी सांडो का आतंक, ड्यूटी से गायब अफसर*
(सुल्तानपुर)तस्वीर ने मंडी समिति के जिम्मेदार अफसरों की पोल खोल दी है।मंडी पहुँचने के बाद भी यहां सांड किसानों का पीछा नही छोड़ रहे।कभी धान की बोरी पर तो कभी उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर रहे हैं छुट्टा मवेशी।
*दूबेपुर ब्लॉक क्षेत्र से मंडी की ओर हाँके जा रहे बेजुबान जानवर!*
(सुल्तानपुर)दूबेपुर ब्लॉक के नजदीक ही सैकड़ों छुट्टा मवेशी नवीन मंडी की ओर हाँके जा रहे हैं।करोड़ो करोड़ रुपये छुट्टा मवेशियों पर खर्च किये गए हैं लेकिन मंडी में इन्हें खदेड़कर किसानों के धान को खिलाया जा रहा है।
*क्रय केंद्र पर नही है किसानों के बैठने की व्यवस्था*
(सुल्तानपुर) धान क्रय केंद्र पर किसानों के बैठने की व्यवस्था नही थी,लेकिन कागज पर उन्हें चाय तक पिलाया जा रहा।मजबूरी में उन्हें दिन भर धान से भरे बोरे को ही कुर्सी बनाकर बैठना पड़ रहा है।इस बीच किसी जिम्मेदार अफसर ने उनकी समस्या को पूछने तक मंडी नही गए। मौजूद किसानों ने बताया कि उन्हें अपने धान की तौल कराने के लिए घण्टो इंतजार करना पड़ा। इस अव्यवस्था को लेकर किसानों में रोष है।
*छह एजंसियों के 87 धान क्रय केंद्र*
सूत्र बताते हैं कि जनपद सुल्तानपुर में यूँ तो 87 धान क्रय केंद्र हैं लेकिन जब जिला मुख्यालय पर यह दशा है तो बाकी सेंटर की हालत समझी जा सकती है।
*छिपाए जाते रहे आँकड़े!*
(सुल्तानपुर) नवीन मंडी में धान क्रय केंद्र पर अभी तक कितने किसानों से धान की खरीददारी हुई? इस बात को लेकर कंप्यूटर चला रहे कर्मियों द्वारा आंकड़ा नहीं बताया गया । उन्होंने सर्वर डाउन होने के कारण बताया कि सारा आंकड़ा कंप्यूटर में फीड है।सिस्टम चलने पर आंकड़े बताए जा सकते हैं!
*कृषि वाहन के लिए बाधा बन रहे प्रवेश द्वार पर रखे कंक्रीट के विशालकाय पत्थर*
(सुल्तानपुर) लखनऊ बनारस राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित नवीन मंडी के प्रवेश मुहाने पर कंक्रीट के बड़े गोल पत्थर बीते कई वर्षों से रखे गए हैं। जिस कारण कृषि वाहनों के लिए वहां खतरा पैदा हो गया है । प्रवेश द्वार पर बने नाले के पत्थर भी गायब है ।संकरी रोड होने के कारण एक बार में एक ही वाहन आ-जा सकता है ।जिस कारण मंडी आने वाले कृषि वहां हमेशा खतरे के साए में रहते हैं। यह समस्या बीते कई सालों से हैं लेकिन नवीन मंडी के अफ़सरो का सारा ध्यान अवैध दुकानदारों को परिसर में बसाने में लगा रहता है:-सूत्र
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