सुल्तानपुर-सीडीओ अंकुर कौशिक की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति की हुई बैठक आयोजित।*

0 77

- Advertisement -

*मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति की बैठक हुई आयोजित।*

सुलतानपुर 24 जुलाई/ मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक की अध्यक्षता में प्रेरणा सभागार, विकास भवन सुलतानपुर मे कन्वर्जेन्स विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति में जिला पोषण समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें आंगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण आंगनबाड़ी केन्द्रो का अपग्रेडेशन तथा विद्युतीकरण एनआरसी में बच्चों के संदर्भन पोषण वाटिका आदर्श आगनबाडी केन्द्रों पर समीक्षा की गई।
जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में नये आगनबाडी केन्द्र भवनों का निर्माण हो रहा है इसी प्रकार पुराने आगनबाडी की की मरम्मत का कार्य भी किया जा रहा है आगनबाडी केन्द्रों विद्युतीकरण का कार्य भी किया जाना है। माह जून २०२३ में एनआरसी में १० सैम बच्चों को एनआरसी मंे भर्ती कराकर उनका इलाज कराया गया। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा उक्त समस्त कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराने तथा एनआरसी में और अधिक बच्चों को भर्ती कराकर स्वस्थ बनाने हेतु निर्देश दिया गया।
उक्त बैठक के उपरान्त समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी व मुख्य सेविकाओं को सहयोग ऐप व दुलार ऐप का प्रशिक्षण भी दिया गया। टेªनर सुनील कुमार द्वारा प्रशिक्षण दिया गया प्रशिक्षण में बताया गया कि सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के लिए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग को सहयोग एप के रूप में शासन से एक डिजिटल प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) ने बताया इस एप के जरिए मुख्य सेविकाएं (सुपरवाइजर) आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से हर समय जुड़ी रहेंगी। एप के जरिए वह पर्यवेक्षण का काम तो करेंगी, साथ ही जहां जरूरत समझेंगी या कार्यकर्ता की ओर से मांग की जाएगी तो समाधान भी बताएंगी। इसलिए इसे सहयोगात्मक पर्यवेक्षण का नाम दिया गया है। इसका बड़ा लाभ कागज और समय की बचत के रूप में होगा और साथ रिकॉर्ड रखरखाव की समस्या भी दूर हो जाएगी।
प्रशिक्षण के दौरान मुख्य सेविकाओं को बताया गया कि कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की देखभाल कैसे करें। उनके माता-पिता की काउंसलिंग कैसे करें। गर्भवती का वार्षिक सर्वे करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना है। सभी मुख्य सेविकाओं को निर्देश दिए गए हैं कि हर कार्यकर्ता से अलग-अलग मिलकर एप के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से दें और एप के जरिए उनके नियमित संपर्क में रहें, साथ ही बैठक भी एप के जरिए ही करें।प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी 23 मुख्य सेविकाएं शामिल रहीं।
डीपीओ ने बताया पहले जो निरीक्षण कागजों पर होता था, अब वह एप पर होगा, इसलिए यह रीयल टाइम निरीक्षण होगा। एप के जरिए एक ही दिन में कई आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण संभव हो सकेगा और यदि किसी केंद्र पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ेगा तो वह निरूसकोच अपनी बात रखकर तत्काल समाधान पा सकेगी। इतना ही नहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के काम का आकलन करना भी आसान हो जाएगा और अच्छा काम कर रही कार्यकर्ताओं को और बेहतर करने के लिए प्रेरित भी किया जा सकेगा। इतना ही नहीं मुख्य सेविकाओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को टीम भावना से काम करने का मौका मिलेगा। आंगनवाड़ी केंद्र बंद होने पर भी बच्चे घर पर पढ़ाई कर सकेंगे। श्सहयोगश् एप से आंगनवाड़ी सुपर वाइजर केंद्र भ्रमण के दौरान ऑनलाइन फार्म भरेंगे। इससे सुपरवाइजर के भ्रमण की स्थिति भी पता चल सकेगी। ष्बाल विकास परियोजना विभाग ने इसके लिए पहल की है। आंगनवाड़ी वर्कर्स अभिभावकों के मोबाइल फोन में एप्लिकेशन अपलोड कराएंगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, उपायुक्त मनरेगा, जिला कार्यक्रम अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, मुख्यसेविकाएं सहित यूनीसेफ के मण्डल प्रतिनिधि व यूपीटीएसयू के जनपद प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
————————————-
जिला सूचना कार्यालय सुलतानपुर द्वारा जनहित में प्रसारित।

- Advertisement -