आखिर सुलतानपुर मेडिकल कॉलेज के महिला चिकित्सालय में रात्रि मे ओटी क्यों नहीं?
आखिर मेडिकल कॉलेज के महिला चिकित्सालय में रात्रि मे ओटी क्यों नहीं
प्रसव पीड़िता दर-दर भटकने को मजबूर
आखिर कहां चले गए जनप्रतिनिधि अधिकारी और नेता गण
सुल्तानपुर महिला अस्पताल मे इस समय 12 महिला चिकित्सकों एवं अनेको बेहोशी के चिकित्सकों की नियुक्ति के बावजूद महिला चिकित्सालय में रात्रि में परसों पीड़ितों का ऑपरेशन नहीं हो रहा है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महिला महिला चिकित्सालय में कोरोना के समय में इतना बड़ा ऑक्सीजन प्लांट पीएम के फंड से लगा हुआ है मगर महिला चिकित्सालय की वोटिंग में ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होने के कारण सीरियस परसों प्रीतो का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है उन्हें मजबूरी में बाहर रिफर किया जा रहा
रात्रि मे जनपद के कोने-कोने से आने वाली प्रसव पीड़ितों का ऑपरेशन ना होने के कारण निजी अस्पतालों में जाने को मजबूर है वहीं मेडिकल कॉलेज के परिसर में एंबुलेंस और दलालों का डेरा लगा रहता है मरीज पहुंचा नहीं कि महिला चिकित्सालय के इमरजेंसी में तैनात एनम से लेकर सभी कर्मचारी दलालों के माध्यम से नर्सिंग होम में मरीज को भेजने के लिए लग जाते हैं एसी कारण से महिला अस्पताल में रात्रि में ऑपरेशन नहीं हो रहा है आधी आबादी के इतनी बड़ी समस्या के प्रति ना तो किसी राजनीतिक दल के नेताओं का ध्यान जा रहा है और ना ही अधिकारियों का आखिर परसों पीड़ित तब तक दलालों के चंगुल में फंस कर अपना इलाज कर आती रहेंगी कहा जाता है कि बहुत इमरजेंसी है जल्दी से जल्दी कहीं ले जाओ नहीं तो जच्चा बच्चा नहीं बचेंगे इसको या तो मेडिकल कॉलेज ले जाओ नहीं तो प्राइवेट में कहीं जाओ तुरंत ऑपरेशन जरूरी है आखिर कब तक चलता रहेगा अभी-अभी मेडिकल कॉलेज बना है महिला अस्पताल के चिकित्सकों को कामना करने की आदत पड़ गई है पिछले कई दशक से महिला चिकित्सालय में रात्रि में परसों पीड़ितों का ऑपरेशन नहीं होता है नवसृजित मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य कैलाश चाहने के बावजूद भी अभी तक ना तो 24 घंटे पैथोलॉजी शुरू हो पाई है और ना ही रात्रिकालीन में प्रश्न पीड़ितों का ऑपरेशन शुरू हो पा रहा है इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ सलील श्रीवास्तव ने बताया कि इस कार्य में हम लगे हुए हैं जल्द से जल्द महिला चिकित्सालय में रात्रि में आने वाली सभी प्रसव पीड़ितों का ऑपरेशन भी शुरू होगा सभी संबंधित को निर्देश दिया जा चुका है
सुल्तानपुर- जिला प्रशासन हुआ शख्त।एक साथ चार अपराधियो को किया जिला बदर।