पशुपालको के लिए योगीसरकार की आई योजना,दस साल तक सरकार रखेगी ध्यान, क्या है योजना, देखे पूरी रिपोर्ट।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने रोजगार को बढ़ावा देने के लिए बंद हो गई योजना को फिर से नए बजट में शुरू कर दिया है,जिसमे कुक्कुट पालन,बकरी पालन भेड पालन गाय भैस समेत कई योजनाओं को शुरू किया है, किसान या पशुपालक, कुक्कुट (मुर्गी) पालन करना चाहते हैं। और आप के पास पर्याप्त धन भी नहीं हैं, तो परेशान होने की जरूरत नहीं हैं । शासन स्तर से 30 हजार व 10 हजार चूजों की क्षमता वाले पोल्ट्री फार्म संचालित करने के लिए ऋण दिया जाएगा। अहम यह कि ऋण की धनराशि पर आने वाले ब्याज की अदायगी सरकार की ओर से की जाएगी।
पशुपालको के लिए योगीसरकार योजना,दस साल तक सरकार रखेगी ध्यान, क्या है पूरी योजना, देखे पूरी रिपोर्ट।
लाभार्थी का फार्म जब चल जाएगा तो ऋण के मूलधन को पांच वर्ष के अंदर लाभार्थी को किस्तवार जमा करना होगा। लाभार्थी की ओर से जैसे-जैसे मूलधन की अदायगी की जाएगी, ब्याज की धनराशि को विभाग की ओर से जमा कराया जाता रहेगा। इस तरह के व्यवसाय के उत्पादन से जहां संचालक की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, तो वह कई अन्य युवाओं को रोजगार मुहैया होगा। इस पूरे योजना के बारे में सुल्तानपुर जनपद के मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी भूदेव सिंह ने के.डी न्यूज़ की मुलाकात के दौरान बताई।
मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी भूदेव सिंह ने बताया कि जैसे पशुपालको के लिए 2013 की पोल्ट्री फार्म योजना थी यह योजना अभी मार्च 2022 में समाप्त हो गई थी, लेकिन सरकार से अब प्रोजेक्ट की कॉस्ट बढ़ा फिर से शुरू कर दिया है। आइये सुनते हैं योजना क्या है।
क्या है योजना का स्वरूप : 30 हजार बच्चों (चूजों) की क्षमता वाले पोल्ट्री फार्म तैयार करने में 1.80 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें 70 फीसद धनराशि यानी 1.26 करोड़ रुपये ऋण मुहैया कराया जाएगा। 54 लाख रुपये लाभार्थी को लगाना होगा। इसी तरह 10 हजार चूजों की क्षमता वाले फार्म को तैयार करने 70 लाख रुपये खर्च होंगे। 49 लाख रुपये ऋण मिलेगा जबकि 21 लाख लाभार्थी को लगाना होगा। पांच वर्ष में ब्याज के मूलधन की अदायगी लाभार्थी को करनी होगी। इस अवधि में अदायगी पर ब्याज के पूरे धनराशि की अदायगी शासन की ओर से की जाएगी। पांच वर्ष में मूलधन न जमा करने पर ब्याज की भी अदायगी लाभार्थी को करनी होगी।
सुल्तानपुर-रनर प्रत्याशी इंद्रावती जीतकर बनी ग्राम प्रधान।