कांग्रेस पार्टी हाई कमान ने बढ़ाया इसौली के “लाल” का कद।

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सपा में रहा हाथ खाली,कांग्रेस ने भर दी झोली

पार्टी हाई कमान ने बढ़ाया इसौली के “लाल” का कद

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कम समय में दे डाली बहुत बड़ी जिम्मेदारी

बीएम यादव बनाए गए पीसीसी

इसौली क्षेत्र में खुशी की लहर,दे रहे बधाई

सुलतानपुर। कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी इसौली बीएम यादव का कद पार्टी हाईकमान ने बढ़ा दिया है। पार्टी नेतृत्व ने भरोसा जताते हुए बीएम यादव को पीसीसी सदस्य बनाकर नई जिम्मेदारी सौंपी है। बीएम यादव ने नेतृत्व के निर्णय को सराहा ही नहीं है,बल्कि बयां किया है कि कम समय में पार्टी के मुखिया ने जो विश्वास जताया है, पार्टी की मजबूत करने के लिए खून भी देना पड़ेगा तो पीछे नही हटेंगे,जरूरत पड़ने पर खून और पसीने से सीचने का काम करेंगे। बीएम यादव के पीसीसी सदस्य बनने पर इसौली विधानसभा के कांग्रेसियों में खुशी की लहर है।इसौली विधानसभा के इसौली के “लाल” के नाम से चर्चित बीएम यादव पहचान की मोहताज न तब थे और न ही अब।शुरुआती दौर में सपा की राजनीति शुरू की। पार्टी को मजबूत करने का काम किया। जरूरत पड़ने पर पार्टी के लिए कंधा भी दिया और लगाया भी। कार्यकर्ताओं के सुख-दुख में शिरकत करते रहे। यही नहीं, पार्टी के प्रचार-प्रसार में हमेशा “अग्रणी” भूमिका निभाई। जिसे भी टिकट मिला, उसे सहयोग ही देने का काम किया। सब कुछ न्योछावर करने के बाद भी बीएम का हाथ “खाली” ही रहा। समाजवादी पार्टी में वह राजनैतिक “मुकाम” नहीं हासिल कर पाए, जिसका सपना बीएम यादव ने संजो के रखा था। उस सपने में पार्टी नेतृत ने “पंख” नहीं लगया पाए। पार्टी ने केवल “झांसा” देने का ही काम किया,पार्टी के झांसे में बीएम सब कुछ “न्यौछावर” करते चले गए। पार्टी से सम्मान न मिलने पर बीएम यादव ने चुनाव के ऐन वक्त से पहले अपने को अलग कर लिया। अर्थात सपा में राजनीति का लंबा सफर करने वाले बीएम यादव ने समाजवादी पार्टी को छोड़ दिया और कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांग्रेस ने इसौली के “लाल” बीएम यादव पर दावं लगाया। टिकट की दौड़ में आगे चल रहे इसौली विधानसभा क्षेत्र से पुरानी कांग्रेसियों को दरकिनार करते हुए कांग्रेस नेतृत्व ने बीएम यादव पर भरोसा जताते हुए विधानसभा का टिकट फाइनल कर दिया। हालांकि अपनी मेहनत के मन मुताबिक बीएम यादव को वह सफलता नहीं मिली, चुनाव में जो मिलनी चाहिए थी। बावजूद इसके बीएम यादव इसौली विधानसभा क्षेत्र के “ब्रांड” नेता कांग्रेस के बन गए। अब कांग्रेस पार्टी ने बीएम यादव का कद थोड़े ही समय में ज्यादा बढ़ा दिया। जिस पद के लिए नेता एड़ी चोटी का जोर लगा देते हैं और सफलता कोसों दूर रहती है, उस पद को पार्टी हाईकमान ने बीएम यादव को सौंप दिया। मसलन पार्टी हाईकमान बीएम यादव को पीसीसी सदस्य पद से नवाजा है। पीसीसी सदस्य बनने पर बीएम यादव ने पार्टी में ऊंची “छलांग” कर एक नई “लक्ष्मण” रेखा खींच दी है। इस पर भी पार्टी में एक नई बहस छिड़ गई है, लेकिन गेंद बीएम यादव के पाले में पार्टी ने डाल दिया। अब पार्टी नेतृत्व के निर्णय पर इसौली विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेसी मुदित है। दूरसंचार के जरिए बधाई देने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।इसौली विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी बीएम यादव ने पार्टी के निर्णय की सराहना की है। बयां किया है कि कम समय में पार्टी ने उनके ऊपर जो भरोसा जताया है उसे मरते दम तक निभाने का काम करेंगे। जरूरत पड़ने पर पार्टी को मजबूत करने के लिए खून की भी जरूरत पड़ी तो खून देने से भी पीछे नही हटूंगा। पार्टी मजबूत हो खून पसीने से सींच कर पार्टी की नींव को मज़बूत करने का काम करूंगा।

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