पत्नी लड़ रही है जिला पंचायत चुनाव,पति के पीछे पड़ी हैं पुलिस,जबरदस्त स्टोरी,देखे पूरी खबर।

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अजब तेरी किस्मत गजब तेरा खेल पत्नी लड़ रही है चुनाव में ,पति को पुलिस ढूढ रही हैं जेल में, जबरदस्त स्टोरी,देखे पूरी खबर

चुनावी मैदान में कई दिग्गजों के आने से मुकाबला बहुत रोचक हो गया है।

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त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जिले में सियासी सरगर्मी तेज है।चुनावी मैदान में कई लोग ताल ठोक रहे हैं, चुनावी मैदान में कई दिग्गजों के आने से मुकाबला बहुत रोचक हो गया है।

जौनपुर जिले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह ने शनिवार को जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन किया।

जौनपुर जिले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह ने शनिवार को जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन किया। (सिकरारा तृतीय) वार्ड संख्या 45 से उम्मीदवारी की ताल ठोक दी हैं। श्रीकला सिंह के नामांकन के बाद जिले के सियासी हलके में खलबली देखी जा रही है।

अजीत सिंह हत्याकांड में साजिश रचने के आरोपी धनंजय को पुलिस भी कर रही है तलाश

उनके पति धनंजय सिंह हाल में ही जेल से जमानत पर छूटे हैं। और अजीत सिंह हत्याकांड में साजिश रचने के आरोपी धनंजय को पुलिस तलाश भी कर रही है।
मल्हनी विधानसभा के उपचुनाव में श्रीकला सिंह ने पति के समर्थन में क्षेत्र में जमकर प्रचार किया था।

प्रचार के अलग-अलग तरीकों से जनता में खूब चर्चा बना रहा

इस दौरान प्रचार के अलग-अलग तरीकों से जनता में खूब चर्चा बना रहा।और अब जिला पंचायत सदस्य पद से नामांकन करते हुए वह खुद जिले से अपने नए सियासी सफर की शुरुआत कर दी है।

जीत निश्चित हुई तो वह प्रमुख रूप से अध्यक्ष पद की दावेदार के तौर पर देखी जा रही हैं।

नामांकन के दिन उनके साथ एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंसू सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे। जौनपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष का पद महिलाओं के लिए आरक्षित है। सदस्य के तौर पर श्रीकला सिंह की जीत निश्चित हुई तो वह प्रमुख रूप से अध्यक्ष पद की दावेदार के तौर पर देखी जा रही हैं।

पुलिस उनकी टोह में थी लेकिन इसकी जानकारी मिलते ही लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस के होश ही उड़ गए।

वही पुलिस पति को तलाश रही है गौरतलब हो कि अजीत हत्याकांड में आरोपी पूर्व सांसद धनंजय सिंह पांच मार्च को जौनपुर के खुटहन थाने में दर्ज पुराने मामले में जमानत तोड़वाकर एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट प्रयागराज में हाजिर हुए थे। और फिर उसी मामले में वह फिर से जमानत पाकर फतेहगढ़ जेल से बुधवार दोपहर रिहा हो गए थे। और वह दोपहर में ही गुपचुप तरीके से अपने समर्थकों के साथ निकल गए। जबकि पुलिस उनकी टोह में थी लेकिन इसकी जानकारी मिलते ही लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस के होश ही उड़ गए।जबकि पुलिस ने बुधवार को ही अजीत हत्याकांड में धनंजय को रिमांड पर लेने के लिये पहले ही वारंट बी फतेहगढ़ जेल भेजा था। लेकिन पुलिस को झांसा देकर निकल गया औऱ पुलिस लकीर पीटती रह गई।

इस मामले पर अब पुलिस का कहना है कि धनंजय की तलाश में फिर से दबिश दी जाएगी।अभी कुछ मामले में वह अभी भी आरोपी है।


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