#सुल्तानपुर-अन्य डिपो से संचालित बसों का स्थानीय रोडवेज परिसर में ठहराव अनिवार्य,नही तो कार्यवाही भुगतें-एआरएम।
शहर के लोगों द्वारा प्रयागराज, अयोध्या,वाराणसी, लखनऊ,बहराइच आदि स्थानों के लिए बस पकड़ने के लिए पयागीपुर और अमहट चौराहा पर घंटों सड़क पर खड़े होकर करना पड़ता है इंतजार।
स्थानीय रोडवेज परिसर में उनके ठहराव को अनिवार्य कर दिया गया है।
सुलतानपुर/परिवहन निगम की ओर से यात्रियों को बेहतर सेवा देने की शुरुआत की गई है।अब दूसरे डिपो से संचालित बसें बाइपास और हाईवे से सीधे रवाना नहीं होंगी।स्थानीय रोडवेज परिसर में उनके ठहराव को अनिवार्य कर दिया गया है।यदि ऐसा नहीं हुआ तो उनपर आर्थिक दंड लगाया जाएगा।इसके लिए दूसरे जिलों के एआरएम को पत्र लिखा गया है।साथ ही शहर के सभी नाकों पर निगरानी के लिए निगम के कर्मी तैनात किए जाएंगे।
बस सेवा ही सहारा-ट्रेनों का संचालन नियमित न होने से बस सेवाएं ही आवाजाही का प्रमुख साधन हैं। कोरोना संक्रमण के बाद अब स्थितियां सहज होने के साथ यात्रियों की संख्या में इजाफा हो रहा है।ऐसे में लॉकडाउन के बाद एक जून से संचालित बस सेवाओं को घाटे से उबारने के लिए निगम प्रशासन ने बसों का संचालन निश्चित डिपो से करने और उनकी आय में बढ़ोतरी के उपाय कर रहा है। इसी के तहत स्थानीय डिपो से अन्य डिपो की बसों का आवागमन सुनिश्चित करने के नियम लागू किए गए हैं।
मुख्यालय पर अत्याधुनिक बस स्टेशन के निर्माण के बाद भी स्थानीय लोगों को बस सेवाओं का समुचित लाभ नहीं मिल रहा है।इस डिपो से संचालित होने वाली बसों के अतिरिक्त अन्य डिपो की अधिकतर बसें स्टेशन न आ कर राजमार्ग से सीधे गुजर जाती हैं।ऐसे में शहर के लोगों प्रयागराज, अयोध्या,वाराणसी, लखनऊ,बहराइच आदि स्थानों के लिए बस पकड़ने के लिए पयागीपुर और अमहट चौराहा पर घंटों सड़क पर खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। यहां से 82बसों का संचालन हो रहा है।इतनी ही बसें अन्य डिपो की रोजाना इधर से गुजरती हैं।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अरविद यादव ने बताया कि अमहट से गोलाघाट तक सड़क के चौड़ीकरण के बाद बसों के डिपो स्टेशन आने के नियम को कड़ाई से लागू किया जाएगा। फिलहाल प्रायोगिक रूप से यह व्यवस्था रविवार से शुरूआत की गई है। प्रयास किया जाएगा कि स्टेशन तक सभी बसों का आना सुनिश्चित हो सके। ऐसा करने वाले चालकों परिचालकों के विरुद्ध अर्थदंड सहित विभागीय कार्रवाई की जाएगी।_