#Sultanpur-न्यायिक कर्मी की तहरीर पर गम्भीर धाराओं में दर्ज हुआ है मुकदमा,प्रधान प्रतिनिधि की बढ़ी मुश्किलें,जांच शुरु।
प्रधान प्रतिनिधि व विद्यालय कर्मियों पर फर्जीवाड़े के खेल में मुकदमा दर्ज,बढ़ी मुश्किलें
जिला न्यायालय में तैनात न्यायिक कर्मी की तहरीर पर गम्भीर धाराओं में दर्ज हुआ है मुकदमा,जांच शुरु
कोतवाली पुलिस की सक्रियता से जल्द ही कार्यवाही की बनी सम्भावना
अपने खिलाफ हुई शिकायत को दबाने की मंशा से प्रधान प्रतिनिधि ने न्यायिक कर्मी की जन्मतिथि में हेरा-फेरी कराकर की थी शिकायत, जांच में न्यायिक कर्मी को मिली क्लीन चिट
विद्यालय प्रशासन की भूमिका संदिग्ध,जिम्मेदारो की मुश्किलें बढ़ना तय
रिपोर्ट-अंकुश यादव
सुलतानपुर। जिला न्यायालय में तैनात कर्मचारी की उम्र से जुड़े अभिलेखो में हेराफेरी कर बड़ी साजिश रचने वाले प्रधान प्रतिनिधि-करोमी एवं विद्यालय के जिम्मेदार कर्मियों के खिलाफ न्यायिक कर्मी की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने गंभीर धाराओ में मुकदमा दर्ज किया है, जिससे पहले ही कई मुश्किलों से घिरे प्रधान प्रतिनिधि एवं उसके इस खेल में मददगार बने विद्यालय कर्मियों की मुश्किलें बढ़ गई है।
मामला कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के करोमी गांव से जुड़ा है।जहाँ के रहने वाले फैज आलम अपने पिता हसीब आलम के मृत्योपरांत मृतक आश्रित के रूप में जिला न्यायालय में अहलमद पद पर तैनात है। फैज आलम के आरोप के मुताबिक उनके गांव की प्रधान शबनम बानो का सारा कारोबार देखने वाले उनके पति शानआलम उर्फ बब्बन गांव के विकास कार्यों की आड़ में सरकारी धन में जिम्मेदार अफसरों के रहमोकरम से जमकर हेराफेरी कर लिये है। बताया जा रहा है कि शानआलम उर्फ बब्बन की आपराधिक छवि के चलते गांव व क्षेत्र का कोई भी आदमी उनके परिवार के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत नही जुटा पाता, फिलहाल गांव के महताब आलम ने प्रधान परिवार के जरिए गांव वासियों पर हो रहे इस अत्याचार और भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाते हुए कई अधिकारियों के पास शिकायत की है और मामले में जांच कर कार्रवाई की मांग की है,जिसके सम्बन्ध में कई जांचे लम्बित होनी बताई जा रही है। फिलहाल जिम्मेदार अफसरों की शिथिलता की वजह से सरकारी धन हड़पने वाले प्रधान परिवार के लोग व इसमे शामिल अन्य अभी कार्यवाही से बचे हुए है। आरोप के मुताबिक अपने खिलाफ आवाज उठने के बाद से ही प्रधान प्रतिनिधि शान आलम ने शिकायतकर्ता महताब आलम पर दबाव बनाने की मंशा से जिला न्यायालय में तैनात उसके भाई फैज आलम के खिलाफ झूठी शिकायतों का सिलसिला शुरू कर दिया। अपने इस खेल को अंजाम देने के लिए प्रधान प्रतिनिधि ने हाजी मोहम्मद हनीफ मेमोरियल इंटर कालेज के जिम्मेदार कर्मियों का भी सहारा लिया,जिनके सहयोग से न्यायिक कर्मी फैज आलम की जन्मतिथि से जुड़े अभिलेखों में ओवर राइटिंग कराकर प्रतिबंधित अभिलेख भी अवैध तरीके से प्राप्त कर लिए और उसे ही आधार बनाकर कई जगहों पर फैज आलम के खिलाफ शिकायत भी कर दी। फिलहाल जांच में आरोपों की पुष्टि ना होने पर जांच अधिकारी की रिपोर्ट में फैज आलम को क्लीन मिली है,बल्कि सामने आई जांच रिपोर्ट से विद्यालय प्रशासन की भूमिका ही सवालों के घेरे में आ गई है। फैज आलम के आरोप के मुताबिक प्रधान प्रतिनिधि शान आलम ने ही अपने खिलाफ हुई शिकायतो की रंजिश की वजह से कूटरचित दस्तावेजों का तैयार कराकर उसका सहारा लिया था और उसकी नौकरी भी खा लेने का पूरा ताना-बाना बुन लिया था, फिलहाल जांच में कोई सच्चाई ना मिलने से प्रधान प्रतिनिधि व उसके सहयोगियों की मंशा पर पानी फिर गया। अपने साथ रचे गए कूटरचना के इस खेल से आहत न्यायिक कर्मी फैज आलम ने प्रधान प्रतिनिधि शान आलम उर्फ बब्बन एवं विद्यालय के अभिलेखों में हेराफेरी कर उसकी मदद करने वाले जिम्मेदार विद्यालय कर्मियों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। फैज आलम की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। बताया जा रहा है कि पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है और जल्द ही प्रकरण से जुड़े आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की सम्भावना जताई जा रही है। ऐसे में दूसरे को गड्ढे में धकेलने की नीयत से इतना बड़ा खेल खेलने वाले प्रधान प्रतिनिधि व उसके करीबी मददगारों को बड़ा झटका लगा है। ऐसे में पहले से ही कई शिकायतो व जांचों से घिरे प्रधान परिवार एवं उनके सहयोगियों मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं।