#सुल्तानपुर-स्वयं सहायता समूह और आगनबाडी केंद्र की एकजुटता से पोषाहार का वितरण।
स्वयं सहायता समूह और आगनबाडी केंद्र की एकजुटता से पोषाहार का वितरण
रिपोर्ट हेमंत निषाद
सुल्तानपुर। जनपद के जयसिंहपुर ब्लॉक के बाहरपुर ग्राम पंचायत में गर्भवती एंव धात्री महिलाओं और 6 माह से 6 वर्ष तक बच्चों को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पोषाहार वितरित किया गया। गरीब तबके की गर्भवती महिलाओं उनके बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए राज्य सरकार आंगनवाड़ी केंद्र संचालित कर पोष्टिक पोषाहार पहुंचाने का कार्य कर रही है। जिसमें महिला बाल विकास परियोजना के अंतर्गत प्रत्येक सेंटर पर पोषाहार पहुंचाने का कार्य स्वयं सहायता समूह को दे रखा है। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने कोटे की दुकान से चावल और गेहूं लेकर समूह स्तर पर दाल क्रय कर पोषाहार किट बनाकर आंगनवाड़ी केंद्रों तक पहुंचा रही हैं।
ग्राम पंचायत बाहरपुर में आगनबाडी केंद्र द्वारा पोषाहार का वितरण किया गया। रंजना समूह द्वारा पोषाहार किट की पैकिंग कर आगनबाडी केंद्र तक पहुंचाया गया। आपको बताते चले की पोषाहार किट बनाने का कार्य ग्राम पंचायत बाहरपुर की स्वयं सहायता समूह (रंजना समूह) को दिया गया है। आगनबाडी केंद्र संचालक बबिता सिंह से पूछने पता चला कि 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए 30 पोषाहार किट आई है। जबकी बच्चों की संख्या 60 है। 6 माह से 3 वर्ष के बच्चों के लिए 60 पोषाहार किट आई है। जबकी गर्भवती महिलाओं के लिए 10 पोषाहार किट और स्तनपान कर रही महिलाओं के लिए 12 पोषाहार किट, कुपोषित बच्चो के लिए 2 पोषाहार किट आई है।
पोषाहार किट में ये है सामग्री
छह माह से तीन वर्ष के बच्चों के लिए एक किलोग्राम चावल, 1.5 किलोग्राम गेहूं और 750 ग्राम दाल, 450 ग्राम देसी घी, सिकम्ड दूध 400 ग्राम, 03 से 06 वर्ष की आयु वाले बच्चों को एक किलोग्राम चावल, 1.5 किलोग्राम गेहूं और सिकम्ड दूध 400 ग्राम वितरण किया जाएगा। गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाओं को एक किलोग्राम चावल, दो किलोग्राम गेहूं, देसी घी 450 ग्राम व सिकम्ड दूध 750 ग्राम दिया जाएगा। गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को डेढ़ किलोग्राम चावल, ढाई किलोग्राम गेहूं, 500 ग्राम दाल, देसी घी 900 ग्राम व सिकम्ड दूध 750 ग्राम दिया जाएगा।
लेकिन वितरण में गेहूं, चावल और दाल का ही वितरण किया जा रहा है। स्वंय सहायता समूह के जयसिंहपुर ब्लॉक मिशन मैनेजर रमेश कुमार ने बताया कि अभी तक सिर्फ गेंहू, चावल और दाल वितरण करने का बजट आया है। दुग्ध सहकारी समिति द्वारा घी और मिल्क का बजट नहीं आया है।
इस संबंध में बाल विकास परियोजन अधिकारी जयसिंहपुर से बार – बार संपर्क करने पर उन्होंने फोन उठाना मुनासिब समझा। जबकि योगी सरकार का सख्त निर्देश है की अपने सीयूजी नंबर को तुरंत उठाएं।