KDNEWS-सात दिवसीय अंतर्विषयक कार्यशाला का हुआ शुभारंभ,कई विश्विद्यालयों के प्रोफेसर ने लिया हिस्सा
@सुल्तानपुर-कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक विज्ञान संस्थान द्वारा सात दिवसीय अंतर्विषयक कार्यशाला का हुआ शुभारंभ
रिसर्च एप्रोवेज एण्ड डिजिटल लर्निंग टूल्स विषय पर आयोजित है कर्मशाला
कई विश्विद्यालयों के प्रोफेसर ने लिया हिस्सा
प्रतिभाग करने वालों की जिज्ञासा का भी किया गया समाधान
कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक विज्ञान संस्थान, सुलतानपुर “रिसर्च एप्रोवेज,
एण्ड डिजिटल लर्निंग टूल्स विषय पर आज दिनांक 15.07.2020 को सप्त दिवसीय अन्तर्विषयक कार्यशाला के सजीव प्रसारण का शुभारम्भ आज प्रातः 1000 बजे से किया गया। कार्यक्रम का संचलन कार्यक्रम संयोजक डॉ० वी०पी० सिंह विभागाध्यक्ष अंग्रेजी विभाग के एन. आई पी. एस. एस. सुलतानपुर ने वक्ताओं तथा प्रतिभागियों के स्वागत एवं परिचय के साथ किया। प्रो० हरिकेश सिंह, पूर्व कुलपति छपरा विश्वविद्यालय ने अपने बीज वक्तव्य के दौरान उच्च शिक्षा में रिसर्व की महत्ता रिसर्च के विभिन्न आयाम, रिसर्च करने के उद्देश्य तथा क्वालिटी रिसर्च के विभिन्न मानकों के बारे में सारगर्भित एवं व्यौरेवार विस्तृत जानकारी प्रदान किया । प्रतिभागियों की जिज्ञासा का समाधान भी किया।
कार्यशाला के द्वितीय सत्र में प्रो0 संजीव कुमार मलहोत्रा, अध्यक्ष, जन्तु विज्ञान,
इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज ने मधु मक्खी पालन एवं उसकी उपयोगिता के वारे में विस्तृत जानकारी प्रदान किया। वैश्विक महामारी कोविड-19 प्राकृतिक है या कृत्रिम- इस बारे में गहराई से चर्चा किया गया। साथ ही साथ कोरोना वायरस के 4 सिन्टोमेटिक रूप के बार में अपने व्याख्यान में बताया। काढ़ा लेना, भाप लेने से 4-5 दिन के अन्दर बचा जा सकता है म्यूटेशन ही भारत में सबसे लो लेबल 2.3% है। इस बारे में भी विस्तृत रूप से
चर्चा कर हमारे प्रतिभागियों को पूर्णरूपेण लाभान्वित किया और उनके प्रश्नों का व्योरेवार व विस्तृत समाधान किया।
मध्यान्ह विराम के पश्चात डॉ अवधेश दुबे ने शोध सर्वेक्षण हेतु गूगल फॉर्म बनाने की तकनीक को शोधार्थियों , प्रतिभागियों के साथ साझा किया। प्रतिभागियों को व्याख्यान पर आधारित वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न दिए गए जिन्हें प्रतिदिन शाम को हल करते हुए सबमिट करना अनिवार्य है।
प्रथम दिवस के अंत में प्राचार्य डॉ राधेश्याम सिंह व डॉ राम नयन सिंह ने सभी रिसोर्स पर्सन और प्रतिभागीयों का धन्यवाद् ज्ञापन किया। कार्यशाला में सक्रिय रूप से उपप्राचार्य डॉ सुशील कुमार सिंह, डॉ के डी सिंह, डॉ डी के त्रिपाठी, डॉ सुनील प्रताप सिंह, डॉ बिहारी सिंह, डॉ नीता सिंह, डॉ प्रतिमा सिंह के साथ श्री संजय पांडेय व दीप बरनवाल उपस्थित थे।