सुलतानपुर-कोरोना वायरस को लेकर घनी आबादी वाले क्षेत्रों के लिये स्वच्छता और स्वास्थ्य रक्षा हेतु दिशा-निर्देश का व्यापक प्रचार-प्रसार करें सम्बन्धित अधिकारी-डीएम।

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कोरोना वायरस (कोविड-19) से बचाव हेतु प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार भारत सरकार द्वारा जारी घनी आबादी वाले क्षेत्रों के लिये स्वच्छता और स्वास्थ्य रक्षा हेतु दिशा-निर्देश का व्यापक प्रचार-प्रसार करें सम्बन्धित अधिकारी-डीएम।

  सुलतानपुर 26 अप्रैल/उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा कोरोना वायरस (कोविड-19) से बचाव हेतु प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार, भारत सरकार द्वारा जारी की गयी घनी आबादी वाले क्षेत्रों के लिये स्वच्छता  और स्वास्थ्य रक्षा हेतु दिशा-निर्देश की जानकारी जिलाधिकारी सी0 इन्दुमती ने देते हुए बताया कि जैसा कि आप अवगत हैं कि कोविड-19 बीमारी का कोई इलाज संभव नहीं है, बचाव ही इलाज है। बीमारी से बचने का सबसे सही तरीका उन उपायों का अनुकरण है, जो व्यवहार परिवर्तन को उत्प्रेरित करते हैं और स्वच्छता व सफाई को बढ़ावा दे सकते हैं। 
  उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस महामारी से बचाव एवं संक्रमण के रोकथाम हेतु यह भी आवश्यक है कि जन साधारण में ग्रास रूट स्तर तक बचाव के उपायों का प्रचार-प्रसार किया जाय। मुख्य रूप से रिक्शा चालकों, सब्जी एवं फल विक्रेता, ठेला गाड़ी वाहक, दैनिक भत्ता मजदूरों एवं कामगारों तथा सामाजिक प्रणाली के अंतिम पायदान पर उपस्थित व्यक्तियों तक को इस सम्बन्ध में अधिक से अधिक जागरूक किया जाय। यह अवश्यक है ग्रास  रूट स्तर तक व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय। ऐसा पाया गया है कि शहरों में लोग सोशल मीडिया, इलेक्ट्राॅनिक मीडिया, टी0वी0 रेडियों आदि से जानकारियों प्राप्त कर लेते है लेकिन गांव में मध्यम एवं उच्च आयु के लोग इन तकनीकियों का उपयोग कम करते हैं।
  भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार द्वारा जारी किये गये (घनी आबादी वाले क्षेत्रों के लिये स्वच्छता और स्वच्छता और स्वास्थ्य रक्षा) के दिशा-निर्देशों का पत्र के साथ संलग्न कर इस निर्देश के साथ प्रेषित किया जा रहा है कि जन साधारण में इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय। हाथ धोने के लिये बहता हुआ पानी  आमतौर से गांव में उपलब्ध नहीं है। ऐसे में पुस्तिका में दिये गये उपकरणों से परिचित कराकर हमरोग के फैलाव को नियंत्रित कर सकते है। इस पुस्तिका में सबसे बड़ी चीज है, पैर संचालित हाथ धोने का उपकरण। प्रचार-प्रसार हेतु प्रिन्ट मीडिया, इलेक्ट्राॅनिक मीडिया, सोशल मीडिया का अधिक से अधिक उपयोग किया जाय। गली मोहल्लों में लाउडस्पीकर एवं पोस्टर आदि का उपयोग किया जाय। जिला पंचायत, नगर पंचायत एवं ग्राम पंचायत के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार को सुनिश्चित किया जाना उचित होगा। 
जिलाधिकारी ने बताया कि ए0टी0एम0, बैंकों तथा सब्जी मार्केट में ज्यादा भीड़ एकत्र होती है और लोग तमाम जगहों पर छूकर काम करते हैं। इन जगहों की सफाई कैसे की जाय तथा हाथ धुलने का सही तरीका क्या हो सकता है। इन जगहों की सफाई कैसे की जाय तथा हाथ धुलने का सही तरीका क्या हो सकता है, इसका प्रदर्शन अत्यन्त आवश्यक है। यह  काम हमारे फ्रन्ट लाइट वर्कर जैस आशा, आंगनबाड़ी व स्वैच्छिक संगठनों के कार्यकर्ता बहुत अच्छी करीके से कर सकते हैं साथ ही पुस्तक में दिये गये विकल्पों से लोगों को परिचित करा सकते हैं।  इस कार्य में विभिन्न गैर सरकारी  संस्थाओं एवं स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं की सहायता भी ली जा सकती है, ताकि अधिक से अधिक मात्रा में जन साधारण को जागरूक किया जा सके। 
  यह सुनिश्चित करें कि समुदाय में सभी को शत-प्रतिशत सूती कपड़े से बने पुनः उपयोग करने के योग्य आवरण उपलब्ध हों। सार्वजनिक क्षेत्रों में जैसे कि समुदायिक शौंचालय और अन्य क्षत्रों तथा घरों के बाहर पैन संचालित हाथ धोने के उपकरण संचालित किया जाये। सामान्य उपयोग की सतह जैसे कि हैण्डल, दरवाजे आदि को साफ रखा जाय, एक दूसरे की निकटता में रहने वाले लोग आपस में दूरी बनाये रखें और कमरे को पंखे तथा खुली खिड़की से हवादार बनाये रखें एवं आवरण का हर समय उपयोग करें तथा आरोग्य सेतु एप का प्रचार-प्रसार भी सुनिश्चित करायें।

जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड-19 संक्रमण के बचाव हेतु उपरोक्तानुसार अपने-अपने विभाग के माध्यम से पुस्तिका में दिये गये निर्देशों/सुझावों का व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करें तथा कृत कार्यवाही की रिपोर्ट एवं संक्षिप्त फीडबैक 03 दिवस में उनको उपलब्ध करायें। इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी।

जिला सूचना कार्यालय, सुल्तानपुर द्वारा जारी।

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