सुलतानपुर-शारदा (SHARDA) कार्यक्रम के तहत शारदा पोर्टल पर आउट आफ स्कूल बच्चों के नामांकन की प्रगति नियमित की जायेगी-DM, क्या है शारदा देखे रिपोर्ट
*प्राथमिक विद्यालयों में आउट आफ स्कूल बच्चों का चिन्हांकन, नामांकन सम्बन्धी बैठक हुई आयोजित।*
सुलतानपुर 07 मार्च/जिलाधिकारी सी0 इन्दुमती की अध्यक्षता में आज शैक्षिक सत्र 2020-21 में आउट आॅफ स्कूल बच्चों के चिन्हीकरण, पंजीकरण एवं नामांकन को सुनिश्चित करने के लिये शारदा (SHARDA) स्कूल हर दिन आएं, सम्बन्ध में कार्यशाला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गयी, जिसमें विभिन्न बिन्दुओं पर विचार कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य नये शैक्षिक सत्र 2020-21 में शत-प्रतिशत नामांकन एवं ड्राप आउट बच्चों को स्कूल तक लाना है। इसका प्रथम चरण 01 फरवरी, 2020 से 15 अप्रैल, 2020 तक तथा द्वितीय चरण 20 मई, 2020 से 15 मई, 2020 तक होगा, जिसके अन्तर्गत जनपद के परिषदीय विद्यालयों के प्र0अ0, स0अ0, शिक्षामित्र, अनुदेशकों, डी0एल0एड0, प्रशिक्षुओं के द्वारा हाउस होल्ड सर्वे करके इस बार लक्ष्य में परिवर्तन कर 06 वर्ष की जगह 5 से 14 वर्ष तक के हर बच्चे को रजिस्टर में अंकित कर स्कूल तक लाया जाये। बच्चों का चिन्हीकरण, पंजीकरण, नामांकन एवं मूल्यांकन कर बच्चों का स्कूल में प्रवेश कराया जाये। इसमें शिक्षा विभाग के साथ ही बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, श्रम प्रवर्तन विभाग, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान व उसके आधीन बी0टी0सी0, डी0एल0एड0 प्रशिक्षु की मदद भी ली जायेगी। शहरी क्षेत्रों की असेवित बस्तियों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, रेलवे ट्रैक के किनारे झुग्गी झोपड़ी, नाले नदी के किनारे बनी बस्तियों आदि स्थानों तथा मौसमी पलायन से प्रभावित बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा में शामिल करना, प्रत्येक स्कूल को मौसमी पलायन से प्रभावित बच्चों के लिये दो अलग-अलग रजिस्टर बनाने होंगे। ‘‘इन माइग्रेशन रजिस्टर‘‘ में उन बच्चों का विवरण होगा, जो किसी दूसरे स्थान से पलायन करके आ रहे हैं। ‘‘आउट माइग्रेशन रजिस्टर‘‘ में उन बच्चों का विवरण होगा, जो किसी दूसरे स्थान से पलायन करके जा रहे हैं। डी0एल0एड0 प्रशिक्षुओं का भी सहयोग लिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि शारदा (SHARDA) कार्यक्रम के तहत शारदा पोर्टल पर आउट आफ स्कूल बच्चों के नामांकन की प्रगति नियमित की जायेगी तथा प्रत्येक माह की 07, 14, 21, 28 तारीख को इसकी समीक्षा राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा अभियान द्वारा की जायेगी। उन्होंने शारदा कार्यक्रम को सफल बनाने का आवाहन किया और जनपद में कोई भी बच्चा आउट आफ स्कूल न रहे। इसके लिये जनसमुदाय, ग्राम प्रधान आदि का भी सहयोग लेकर लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये कहा।
जिलाधिकारी ने कन्या सुमंगला योजना, मिशन प्रेरणा, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, बालिका जागरूकता अभियान, स्वच्छ भारत अभियान, कायाकल्प योजना, शिक्षकों द्वारा नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिये जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, श्रम प्रवर्तन अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी आदि सभी सम्बन्धित अधिकारियों को मन लगाकर कार्य को मिशन के रूप में कार्य पूरा करना सुनिश्चत करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर जनपद को प्रेरक जनपद बनाने के लिये काम करना है। कार्यशाला में प्रोजेक्टर द्वारा प्रजेन्टेशन एस0आर0जी0 सुनील कुमार सिंह और जगन्नाथ रावत द्वारा किया गया।
इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार सक्सेना, जिला विद्यालय निरीक्षक श्याम किशोर तिवारी, जिला पंचायत राज अधिकारी के0के0 सिंह चैहान, जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश सिंह, जिला समन्वयक सामुदायिक शिक्षा ऊषा शुक्ला, उप जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के0के0 सिंह, समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी सहित सम्बन्धित विभाग के अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
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जिला सूचना कार्यालय सुलतानपुर द्वारा जनहित में प्रसारित।