यूपी/ अयोध्या-भव्य नहीं भव्यतम होगा अयोध्या का राम मंदिर, ये होंगी 20 सबसे खास खूबियां, पूरी दुनिया में कोई नहीं ले सकेगा टक्कर

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 यूपी/ अयोध्या-भव्य नहीं भव्यतम होगा अयोध्या का राम मंदिर, ये होंगी 20 सबसे खास खूबियां, पूरी दुनिया में कोई नहीं ले सकेगा टक्कर* 

 रिपोर्ट मनोज तिवारी अयोध्या

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अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 491 साल पुराने सिलसिले से आजाद रामनगरी अब तरक्की की उड़ान भरने को तैयार है। अयोध्या में रामलला का भव्य ही नहीं  भव्यतम मंदिर बनाने का ताना-बाना बुना जा रहा है। सरकार की कोशिश है, ऐसा मंदिर तैयार हो जिसकी टक्कर दुनिया में न हो। 2019 का लेखा-जोखा हो और अयोध्या का जिक्र रह जाए, यह बिल्कुल असंभव जैसा है। क्योंकि सदियों से चल रहे विवाद का सिलसिला रामनगरी ने जिस सौहार्द के साथ समाहित किया, वह बेमिसाल रहा। सिर्फ रामनगरी ही नहीं पूरे देश ने राममंदिर पर सुप्रीम फैसले के बाद संतोष की सांस ली। ऐसे में अब हर तरफ यही चर्चा है कि रामलला का टेंटवास कब समाप्त होगा, मंदिर का निर्माण कब शुरू होगा और सबसे महत्वपूर्ण कि मंदिर कैसा होगा। हम आपको बताते हैं वह 20 खूबियां, जो प्रस्तावित राम मंदिर में आपको नजर आएंगी। जानकारी के मुताबिक जिस भव्य और दिव्य राम मंदिर का सपना देखा गया है, वो दो मंज़िला होगा, पहली मंज़िल की ऊंचाई 18 फीट और दूसरी मंज़िल की ऊंचाई 15 फीट 9 इंच होगी।

*268 फीट होगी लंबाई*

रामजन्मभूमि पर राममंदिर बनाने के लिए विहिप ने जो नक्शा बनाया है, उसके मुताबिक प्रस्तावित मंदिर 268 फीट लंबा है।

*140 फीट होगा चौड़ा*

राममंदिर की चौड़ाई करीब 140 फीट होगी।

*128 फीट ऊंचाई*

नीचे से ऊपर लगे ध्वजा तक राममंदिर की ऊंचाई तकरीबन 128 फीट होगी।

*50 करोड़ का खर्च*

सरयू नदी के समीप बनने वाले भव्य राम मंदिर के निर्माण पर तकरीबन 50 करोड़ का खर्च आएगा। इस मंदिर की बुनियाद तैयार करने में करीब 8 माह लगेंगे। इसके बाद पत्थरों को लगाने का काम शुरू किया जाएगा।

*दो मंजिला होगा मंदिर*

पौने तीन लाख घन मीटर में बनने वाला भव्य राम मंदिर की खास बात भी ये रहेगी कि ये मंदिर दो मंजिला रहेगा। इसमें पहले पर रामलला का मंदिर और उसके ऊपर राम दरबार रहेगा, जहां राम, लक्ष्मण और सीता के साथ हनुमान जी की मूर्ति लगेगी।

*8 फीट ऊंची पीठिका*

मंदिर की प्रथम पीठिका यानी चबूतरा आठ फीट ऊंचा होगा। इन तक सीढ़ियों से पहुंचा जा सकेगा। इसी पीठिका पर मंदिर का 10 फीट चौड़ा परिक्रमा मार्ग होगा। चार फीट नौ इंच ऊंची एक आधार पीठिका पर मंदिर का निर्माण किया जाएगा।

*होंगे पांच प्रखंड*

राम मंदिर में अग्रभाग, सिंहद्वार, नृत्यमंडप, रंगमंडप और गर्भगृह के रूप में पांच प्रखंड होंगे।

*मंदिर में लगेंगे 212 स्तंभ*

मंदिर में 212 स्तंभ स्थापित होंगे। पहली मंजिल में 106 और इतने ही दूसरी मंजिल पर लगेंगे। पहली मंजिल पर लगने वाले स्तंभों की ऊंचाई 16 फीट छह इंच और दूसरी मंजिल पर लगने वाले स्तंभों की ऊंचाई 14 फीट छह इंच होगी।

*हर स्तंभ पर होगी यक्ष-यक्षिणियां*

राम मंदिर में लगने वाले हर स्तंभ पर यक्ष-यक्षिणियों की 16 मूर्तियां और अन्य कलाकृतियां उकेरी जाएगी। इनका व्यास चार से पांच फीट तक रहेगा।

*16.3 फीट का गर्भगृह*

मंदिर के जिस कक्ष में रामलला विराजमान होंगे, उस गर्भगृह से ठीक ऊपर 16 फीट तीन इंच का विशेष प्रकोष्ठ होगा। इसी प्रकोष्ठ पर 65 फीट तीन इंच ऊंचा शिखर का निर्माण किया जाएगा।

*लाल बलुआ पत्थर का इस्तेमाल*

प्रस्तावित राम मंदिर में एक लाख 75 हजार घन फीट लाल बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया जाएगा।

*मंदिर में पांच द्वार*

330 बीम और दोनों मंजिल पर 106- 106, यानी कुल 212 खंभों वाले मंदिर में पांच दरवाजे होंगे और इसका निर्माण पांच हिस्सों- गर्भगृह, कौली, रंग मंडप, नृत्य मंडप और सिंह द्वार में किया जाना है।

*द्वार पर झांकियां*

डिजाइन में मंदिर में प्रवेश के लिए सभी द्वार पर भारतीय संस्कृति की झांकियां भी मिलेंगी।

*सफेद संगमरमर से बनेगा मुख्य द्वार*

मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण का निर्माण मकराना के सफेद संगमरमर से होगा।

*मंदिर में पांच द्वार*

330 बीम और दोनों मंजिल पर 106-106, यानी कुल 212 खंभों वाले मंदिर में पांच दरवाजे होंगे।

*पांच हिस्सों में निर्माण*

राम मंदिर का निर्माण पांच हिस्सों- गर्भगृह, कौली, रंग मंडप, नृत्य मंडप और सिंह द्वार में किया जाना है।

*बनेंगे चार और मंदिर*

राम मंदिर के साथ-साथ चार और मंदिर भी रहेंगे. इनमें भरत, सीता, हनुमान और गणेशजी का मंदिर भी रामलला के पास बनाए जाएंगे।

*नागर शैली का होगा मंदिर*

राम मंदिर मंदिर नागर शैली का होगा, जिसके पिलर पर अलग-अलग भगवान की झांकियां तैयार की जाएंगी।

*2100 किलो का घंटा*

अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर में 2100 किलो वजनी एक विशाल घंटा लगेगा। इसका निर्माण एटा जिले के जालेसर निवासी मुस्लिम कारीगर इकबाल ने किया है।

*मंदिर में ये भी*

मंदिर में प्रदर्शनी, मेडिटेशन हॉल, धर्मशाला, रिसर्च सेंटर, स्टॉफ के रहने के लिए घर, राम भगवान पर रिसर्च और साहित्य के लिए लाइब्रेरी भी बनाई जाएगी।