यूपी /अयोध्या-योगी सरकार में भी  महिलाएं न्याय से वंचित उच्चाधिकारियों के आदेश को भी नहीं मानते सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा प्रधानाध्यापक

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 यूपी /अयोध्या-योगी सरकार में भी  महिलाएं न्याय से वंचित उच्चाधिकारियों के आदेश को भी नहीं मानते सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा प्रधानाध्यापक

दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर बेसहारा रसोईया कर्मी 

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रिपोर्ट मनोज तिवारीी

अयोध्या जनपद के विकासखंड बीकापुर के खेमा सराय प्राथमिक विद्यालय में  श्रीमती रामावती रसोईया के पद पर  करीब 8 वर्षों से कार्यरत  रही। किंतु बिगर 2019 में अगस्त महीने में उन्हें रसोईया पद से हटा दिया गया जिसकी शिकायत उन्होंने कई बार उच्चाधिकारियों से की किंतु आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई थक हार कर पुनः रसोईया रामावती ने एसडीएम बीकापुर को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि 1 वर्ष का वेतन मात्र ₹8000 दिया जाता था पूरा वेतन मांगने पर प्रधानाध्यापक द्वारा मुझे हटा दिया गया सबसे मजे की बात तो यह है कि कार्यालय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अयोध्या पत्रांक एम डी एम रसोईया/ तथा खंड शिक्षा अधिकारी बीकापुर ने विशेष सचिव उत्तर प्रदेश शासन के पत्र संख्या 1235/ 68–3–2019—143/2019 दिनांक 14 अगस्त 2019 द्वारा प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में प्राप्त हुए थे इसी क्रम में पुनः पत्र संख्या 1325/68–3–2019–143/2019 दिनांक 26 सितंबर 2019 द्वारा कार्यरत रसोइयों के नवीनीकरण के संबंध में निर्देश प्राप्त कराए गए थे उसके बाद कार्यालय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अयोध्या द्वारा यह निर्देशित किया गया था कि प्राथमिक विद्यालय खेमा सराय विकासखंड बीकापुर में रसोईया श्रीमती रामावती का उपरोक्त शासनादेश में वर्णित निर्देशों के क्रम में नवीनीकरण कराना सुनिश्चित कराएं तथा किस कार्रवाई से अधोहस्ताक्षरी को भी अवगत कराएं कहां गया था प्रकरण अत्यंत महत्वपूर्ण व समय बंद है जिसकी प्रति सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु निदेशक मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण उत्तर प्रदेश लखनऊ तथा जिलाधिकारी महोदय अयोध्या मुख्य विकास अधिकारी अयोध्या सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक अयोध्या मंडल अयोध्या को भेजा गया था पीड़िता रामावती पुत्र रामसेवक बिकास खंड बीकापुर के खेमासराय की तलाक शुदा महिला है।उसे न्याय न ही मिल रहा है इंसाफ के मसीहा कहां गुम  है