यूपी/अमेठी-ठंड से बचने के लिए जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण अमेठी द्वारा जनपदवासियों की जानकारी हेतु कुछ महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए हैं
यूपी/अमेठी-ठंड से बचने के लिए जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण अमेठी द्वारा जनपदवासियों की जानकारी हेतु कुछ महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए हैं
चंदन दुबे की रिपोर्ट
जब तक बाहर जाने की आवश्यकता न हो यथासंभव घर के अंदर ही रहें (विशेषकर वृद्ध एवं बच्चे)।
स्थानीय समाचार पत्र, रेडियो या टेलीविजन के माध्यम से मौसम की जानकारी लेते रहें।
शरीर में ऊष्मा के प्रवाह को बनाए रखें रखने के लिए पौष्टिक आहार एवं गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
बंद कमरों में जलती हुई लालटेन, दीया एवं कोयले की अंगीठी का प्रयोग करते समय धुएं के निकास का उचित प्रबंध करना सुनिश्चित करें एवं इसके प्रयोग के बाद अच्छी तरह बुझा दें।
हीटर/ब्लोअर आदि का प्रयोग करने के बाद स्विच ऑफ करना न भूलें अन्यथा यह जानलेवा हो सकता है।
यदि घर से बाहर जाना आवश्यक हो तो शरीर पर समुचित गर्म कपड़ों को पहनकर ही निकले तथा अपने सिर, चेहरा, हाथ एवं पैरों को भी गर्म कपड़ों से ढक लें।
मिट्टी के तेल,हीटर और कोयले के जहरीले धुएं से बचने के लिए समुचित हवा का प्रबंध करें।
उंगलियों, पंजों, कान तथा नाक के लाल/सफेदपन/ पीले होने तथा ठंड से सुन्न होने के लक्षण पर डॉक्टर से जांच करवाएं।
अत्यधिक कांपना,सुस्ती/कमजोरी,सांस लेने में परेशानी हो तो तत्काल स्थानीय चिकित्सक से परामर्श लें।
मवेशियों को रात में खुले आकाश, पेड़ के नीचे ना रखें तथा मवेशियों को छत के नीचे रखकर कंबल/सूती बोरे से ढकें, रात में आग जलाएं एवं उनके बैठने की जगह पर पुवाल/रबरमैट का इस्तेमाल करें।
घने कोहरे में गाड़ी ना चलाएं, अति आवश्यक होने पर फॉग लाइट जलाकर धीमी गति से सावधानीपूर्वक गाड़ी चलाएं।
शीतलहरी के दौरान वाहन चलाते समय हेलमेट, हाथ में दस्ताना और फूल जैकेट जरूर पहनें।