यूपी /अयोध्या-योगी सरकार ने अयोध्या में चिन्हित की वो जमीन जहां बन सकती है मस्जिद
यूपी /अयोध्या-योगी सरकार ने अयोध्या में चिन्हित की वो जमीन जहां बन सकती है मस्जिद*
रिपोर्ट मनोज तिवारी अयोध्या
पूरी दुनिया में राम मंदिर बाबरी मस्जिद विवाद के कारण चर्चित अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अब राम मंदिर निर्माण का मार्ग साफ होता नजर आ रहा है | वही सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार मंदिर निर्माण की आधारशिला रखे जाने के साथ ही अयोध्या में 5 कोसी परिक्रमा परिधि से बाहर मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ जमीन दिए जाने की योजना पर उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश के अनुसार अयोध्या जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है | इसके लिए अयोध्या शहर से सुल्तानपुर ,लखनऊ ,गोरखपुर को जोड़ने वाले मुख्य मार्गों पर अलग-अलग स्थानों पर जमीनों को चिन्हित किया गया है | हालांकि जमीन लेने को लेकर अभी मुस्लिम पक्षकारों में ही एक राय नहीं है | मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने जहां जमीन लेने से इंकार कर दिया है | वहीं इस मुकदमे के एक अहम पक्षकार इकबाल अंसारी जमीन लेना चाहते थे और उन्होंने उस जमीन पर कोई स्कूल और अस्पताल बनवाने की भी वकालत की थी |
*9 नवंबर 2019 को सीजेआई समेत सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की संविधान पीठ ने करीब 7 दशक से चल रहे इस मुकदमे पर अपना फैसला सुनाया था और विवादित परिसर की पूरी जमीन पर रामलला का अधिकार मानते हुए उस जमीन को रामलला को सौंपने का आदेश दिया है | वही मस्जिद के लिए भी अयोध्या में 5 एकड़ जमीन दिए जाने का निर्देश दिया है |*
*सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के क्रम में अयोध्या जिला प्रशासन ने अयोध्या में 5 कोसी परिक्रमा परिधि से बाहर चांदपुर ,समसुद्दीन पुर ,मिर्जापुर और मलिकपुरा गांव में जमीन चिन्हित की है | जहां पर मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन दी जा सकती है जिसके लिए अयोध्या जिला प्रशासन ने तैयारी कर ली है | उम्मीद जताई जा रही है कि राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनने के बाद मस्जिद के लिए भी जमीन दिए जाने की कार्रवाई शुरू हो सकती है |*