अमेठी।आखिर क्यों हटाये गये अमेठी जिलाधिकारी?
अमेठी।आखिर क्यों हटाये गये अमेठी जिलाधिकारी
चंदन दुबे की रिपोर्ट
गुरुवार को अमेठी जिलाधिकारी का तबादला हो गया और अमेठी के नये जिलाधिकारी के रूप मेंअरुण कुमार को भेजा गया है।
आपको बता दें कि गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र के विशुनदासपुर गांव निवासी पूर्व भाजपा नेता स्व. शिवनायक सिंह के पुत्र सोनू सिंह की मंगलवार की रात मामूली विवाद में हत्या कर दी गयी।रात भर गहमा-गहमी के बीच परिजनों व पुलिस के बीच जमकर नोकझोक हुई और बुधवार की सुबह कार्यवाही के आश्वासन पर जसतस अन्तिम संस्कार और पीएम के लिए माने।इसी बीच अमेठी डीएम प्रशांत शर्मा की कार्यशैली ने शांत मामले को एक बार फिर उग्र कर दिया।
बताते चले कि मृतक सोनू सिंह के चचेरे भाई सुनील सिंह पीसीएस रैंक पर चयनित होने के साथ-साथ प्रतापगढ जनपद में सबरजिस्ट्रार के पद पर कार्यरत है वे अपने चचेरे भाई की घटना के बारे में जानकारी होने के बाद गांव पहुंचे और आज पोस्टमार्टम हाउस पर डीएम प्रशांत शर्मा पहुंचे तो उन्होंने परिजनों व उनके भाई को सान्वंना देने के बजाय उनसे ही विवाद शुरू कर दिया। डीएम ने बिना सोचे समझे भीड में ही पीसीएस भाई सुनील सिंह का कालर पकडते हुए उन्हें घसीट दिया।हालांकि बाद में लोगों ने उसका विरोध किया लेकिन डीएम गलती मानने के बजाय खुद वहां मौजूद लोगों को नसीहत देते नजर आये।अब ऐसे में बडा सवाल उठता है कि इतनी बडी घटना में जिलाधिकारी की कार्यशैली से भीड उग्र हो जाती है तो उसका जिम्मेदार खुद जिलाधिकारी होते या फिर पुलिस व जिला प्रशासन।
कल मृतक के भाई के साथ जिलाधिकारी के व्यवहार से नाराज केंद्रीय मंत्री सासद स्मृति ईरानी ने टियूट कर कहा कि विनय शील एंव संवेदनशील बने यही प्रयास होना चाहिए।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम जनता के सेवक है शासक नही।