यूपी/सुलतानपुर-बीआरसी कूरेभार के प्रांगण में समस्त शिक्षकों ने प्रेरणा ऐप का किया विरोध प्रदर्शन
बीआरसी कूरेभार के प्रांगण में प्रेरणा एप्स के विरोध में विकासखंड कूरेभार के समस्त शिक्षकों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया।प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष राजीव मिश्र ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार कर्मचारियों के अधिकारों का उल्लंघन करते हुए यह प्रेरणा एप्स लाया है जो कर्मचारियों के निजता के अधिकारों का हनन है।
यह सरकार जब से सत्ता में आई है तब से सभी कर्मचारियों को हाशिए पर रखकर काम कर रही है। कहीं कर्मचारियों को जबरन सेवानिवृत्ति दे रही है तो कहीं जबरदस्ती उनको विभागों से बाहर का रास्ता दिखा रही है जिससे सभी कर्मचारियों में रोष व्याप्त है लेकिन शिक्षक कर्मचारी चुप बैठने वाले नहीं हैं और ना ही हार मानने वाले हैं इसलिए सरकार को अपने मनमानी रवैया में बदलाव करते हुए शिक्षक हित में फैसला ले अन्यथा की स्थिति में सभी कर्मचारी धरना एवं हड़ताल के लिए बाध्य होंगे।मंत्री वैभव भटनागर ने कहां की वर्तमान सरकार को शिक्षा विभाग की सिर्फ और सिर्फ कमियां ही दिखाई देती है अच्छाइयां नजर नहीं आती जबकि हमारे शिक्षक यदि अपने पर आ जाएं सरकार की चूल्हे हिला सकती हैं इसलिए तत्काल प्रेरणा एप्स को खत्म करते हुए शिक्षक हितों में फैसला लेकर यह विश्वास दिलाएं कि आने वाले दिनों में किसी भी कर्मचारी के साथ कोई भी कार्यवाही नहीं की जाएगी और यदि ऐसा किया जाता है तो हम शिक्षक अपने उच्च पदाधिकारियों से वार्ता करके आगे की रणनीति तय करते हुए फैसला लेंगे कि हमें क्या करना है।इसलिए हमारे सभी शिक्षक कर्मचारी अपनी धैर्यता का परिचय देते हुए संगठन को मजबूत करते हुए आगे बढ़े जिससे सरकार को हम सभी मुंह तोड़ जवाब दे सकें।जूनियर शिक्षक संघ ब्लॉक अध्यक्ष रमेश मिश्र ने कहा कि यह प्रेरणा एप्स निश्चित ही हमारे शिक्षा विभाग को निजी करण की तरफ सरकार का बढ़ाया गया एक कदम है जिस तरह से विभिन्न विभागों को निजीकरण की तरफ धकेल कर उद्योगपतियों को फायदा पहुंचा रही है उसी तरह से शिक्षा विभाग को भी गैर सरकारी संस्थाओं को सौंप कर अपनी जेबें भरना चाह रही है सहायक अध्यापक रमेश चंद ने कहा कि निजीकरण के क्षेत्र में चलाई गई तेजस ट्रेन में कब कर्मचारियों की भर्ती की गई और कब उनकी भर्ती करके छटनी करके आज 25 कर्मचारियों की 18-18 घंटे सेवाएं ना दे पाने के कारण उनकी सेवाएं समाप्त करके घर बैठा दिया गया यही हालात यह सरकार हमारे शिक्षक साथियों के साथ भी पैदा करना चाह रही है इसलिए सरकार और उद्योगपतियों के मंसूबों पर पानी फेरना हम सभी शिक्षकों की नैतिक जिम्मेदारी बनती है इसलिए उनके उद्देश्यों को विफल करना हम सबकी पूर्ण दायित्व है। प्रधानाध्यापक किरण मौर्या ने कहां की नित्य प्रतिदिन कोई न कोई नया नया आदेश सिर्फ सिर्फ अध्यापकों के ऊपर जबरन लागू किया जाना अध्यापकों के मान और सम्मान के खिलाफ है। प्रेरणा एप्स द्वारा तीन बार उपस्थिति उसी की एक कड़ी है इस एप्स में शिक्षक एवं शिक्षिकाओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है व्यावहारिक पक्ष में कहीं नेटवर्क समस्या तो कहीं शिक्षिकाओं का फोटो खींचकर भेजना निजता का हनन है जबकि हमारे सभी शिक्षक सरकार की सभी योजनाओं का सफलतापूर्वक संपन्न कराता आया है उसके बावजूद भी हमारे शिक्षकों की नित नित कमियां ढूंढ कर कार्यवाही की जा रही है यदि सरकार हमारे स्वाभिमान से टकराने का प्रयास करती है तो निश्चित ही हम लोग इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे सरकार की मंशा सरकारी स्कूलों को बदनाम करके निजीकरण को बढ़ावा मात्र है वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरुण कुमार ने कहा कि हमारे शिक्षकों को सरकार गुरुजी का दर्जा छीन कर क्लर्क मात्र बना दिया है प्रधानाध्यापक अशोक कुमार ने कहा कि ऐसे प्रेरणा एप्स को हम लोग जिले में लागू नहीं होने देंगे। कोई भी शिक्षक प्रेरणा एप्स डाउनलोड नहीं करेगा और ना ही सेल्फी से अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा। जूनियर महामंत्री ओमप्रकाश ने कहा कि शिक्षक सीमित संसाधनों के बावजूद शिक्षा और विद्यालयों की तस्वीर बदलने के लिए कार्य कर रहा है तमाम शिक्षक अपनी विद्वता से विद्यालय को सुंदर एवं आकर्षक बना रहे हैं लेकिन सरकार इस पर ध्यान ना देकर निजीकरण को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है प्रदेश सरकार लगातार शिक्षकों पर दबाव बनाकर काम कर रही है इसका जीता जागता उदाहरण प्रेरणा एप्स है हमारे शिक्षक निरंतर कार्य करके छात्रों के नामांकन को लाखों की संख्या में पहुंचा दिया लेकिन फिर भी सरकार अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रही है संयुक्त मंत्री हरिश्चंद्र ने कहा कि प्रेरणा एप्स लागू हो लेकिन उससे पहले शिक्षकों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करें जैसे 80 से 100 किलोमीटर दूर कार्यरत शिक्षक को 10 से 15 के किलोमीटर की दूरी पर तैनात करें तथा आरटीई मानक के अनुसार छात्र शिक्षक अनुपात को सुनिश्चित करते हुए अध्यापकों की संख्या बढ़ाई जाए और सभी कक्षाओं के लिए अध्यापक की नियुक्ति हो जिससे किसी भी शिक्षक को कोई भी असुविधा ना हो।प्रेरणा ऐप्पस का विरोध करते हुए 21 सूत्री मांग माननीय खंड शिक्षा अधिकारी रवींद्र कुमार वर्मा जी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया।विरोध में संजय पांडे,विमल कुमार,श्रवण कुमार दिनेश कुमार राम भारत जयराम वर्मा ओमकार जगराम हरिश्चन्द्र राम जियावन राजेन्द्र कुमार रामजी दिनेश वर्मा हरिओम गुप्ता। आदि शिक्षक मौजूद रहे।