रायबरेली-फेल हो रही ई-पॉस से राशन वितरण व्यवस्था
फेल हो रही ई-पॉस से राशन वितरण व्यवस्था
रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला
रायबरेली : राशन वितरण में पारदर्शिता को ई-पॉस मशीनें लगवाई लेकिन, इनकी बैटरी इन्हें बेमतलब साबित कर दे रही हैं। मशीनों की बैटरियां सरकार की मंशा को पलीता लगा रही हैं। शासन को भेजे गए पत्र में ऐसा ही कहा गया है। कहना गलत न होगा कि बेकार बैटरियों वाली ई-पॉस मशीनों से राशन वितरण व्यवस्था फेल हो रही है।
संयुक्त आयुक्त खाद्य लखनऊ मंडल को भेजी गई रिपोर्ट में बिजली न होने की दशा में आठ घंटे तक बैकअप वाली ई-पॉस मशीनों की जानकारी मांगी गई। इसमें जिले से इसकी संख्या शून्य भेजी गई है। अगर जिले की बात करें तो अब तक 198 मशीनों की बैटरी खराब हो चुकी है। इसकी सूचना भी संबंधित कंपनी को कई बार भेजी जा चुकी है। शहर में छह मशीनें खराब होने की दशा में बदल दी गईं। इस दौरान करीब एक महीने तक इन दुकानों में खाद्यान्न वितरण ही नहीं हो सका। ऐसे में आए दिन कोटेदार और कार्ड धारक में तू-तू,मैं-मैं हो रही है।
इनसेट-
राज्यमंत्री के सामने खुल चुकी पोल
बीते दिनों सूबे के राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह ने समीक्षा बैठक की। इसमें डीएसओ से मशीन के बाबत जानकारी मांगी। पता चला कि सबसे बड़ी समस्या बैट्री की आ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आवाजाही होने के कारण बमुश्किल से चार से छह घंटे ही आपूर्ति हो रही है। ऐसे में बैकअप बेहतर नहीं होने के कारण वितरण प्रभावित हो रहा है।
निदेशालय ने सभी जिलों से मांगी रिपोर्ट
राज्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लिया। बताया जाता है कि निदेशालय स्तर पर मशीन खरीद के दौरान शर्तों के बाबत पड़ताल कराई। फिर इसकी पूरे प्रदेश की सूचना मांगी। इसमें बिजली नहीं होने की दशा में आठ घंटे तक कार्य करने वाली मशीनों की संख्या देने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें जिले से शून्य की रिपोर्ट भेजी गई।