सुलतानपुर-जब संस्थान के निदेशक ने पाठ पढ़ाया पुलिस को,अपराधियों के मंसूबों को कर सकते है चकनाचूर
इस कार्यशाला के कोऑर्डिनेटर डॉ आरुनी सिंह व डॉ प्रदीप सिंह ने भी प्रतिभागियों को लगातार अद्यतन रहते हुए नवतकनीक के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हुए अपराधियों के मंसूबों को चकनाचूर कर देने पर बल दिया।
सुलतानपुर-कमला नेहरू इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी सुल्तानपुर में आयोजित किए जा रहे हैं पांच दिवसीय साइबर क्राइम एवं कंप्यूटर सिक्योरिटी शॉर्ट टर्म कोर्स का हुआ समापन
समापन समारोह में बोलते हुए संस्थान के निदेशक डॉ जे पी पांडे द्वारा पुलिस ,अभियोजन शाखा के प्रतिभागियों व शोध छात्रों को संबोधित करते हुए शॉर्ट टर्म कोर्स की सफलता की बधाई दी और इस बात पर खुशी जाहिर की कि प्रतिभागियों द्वारा तकनीकी बारीकियों के साथ-साथ कानूनी जानकारियों का मनोयोग से प्रशिक्षण लिया गया। सभी प्रतिभागियों को साइबर क्राइम के अपराधों से निपटने के लिए दक्ष होने व ऐसे अपराधियों को दंड दिलाने के लिए संस्थान द्वारा हमेशा सहयोग किए जाने का आश्वासन दिया गया। साथ ही यह भी बताया गया कि भविष्य में ऐसी और कार्यशालायें आयोजित की जाएंगी जिनमें बढ़ते साइबर अपराधों से निपटने के लिए सुरक्षात्मक बचाव व अनावरण के तरीके साइबर क्राइम एक्सपर्ट द्वारा बताया जाएगा।
समापन समारोह को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री शिवराज द्वारा बताया गया कि बढ़ते साइबर अपराधों को रोकने का प्रथम तरीका बचाव है ।अपनी निजी जानकारियां किसी को शेयर करने से बचते हुए यह सलाह दी गई कि साइबरस्पेस में भी नैतिक मूल्यों को बनाए रखना आवश्यक है। विवेचना के लिए सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की उचित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर तकनीकी विशेषज्ञों से आवश्यकतानुसार सहयोग लेकर अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही किये जाने के लिए पुलिस को तैयार रहना समय की आवश्यकता है।
इस कार्यशाला के कोऑर्डिनेटर डॉ आरुनी सिंह व डॉ प्रदीप सिंह ने भी प्रतिभागियों को लगातार अद्यतन रहते हुए नवतकनीक के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हुए अपराधियों के मंसूबों को चकनाचूर कर देने पर बल दिया। इस कार्यशाला से जनपद सुल्तानपुर पुलिस के विवेचको व साइबर क्राइम सेल को तकनीकी दक्षता हासिल कराए जाने पर प्रतिभागियों द्वारा संस्थान को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।