सुलतानपुर-कन्या सुमंगला योजना का 24 अक्टूबर से होने जा रहा है शुभारम्भ,पात्र लोगों तक पहुँचने की चली तैयारी
योजना का लाभ अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों तक पहुॅचाने हेतु वृहद स्तर पर मंथन किया गया।
25 अक्टूबर को मुख्यमन्त्री जी द्वारा कन्या सुमंगला योजना का शुभारम्भ किया जायेगा।
कन्या सुमंगला योजना हेतु आवेदन कर बालिकाओं को स्वावलंबी बनाये-जिलाधिकारी
सुलतानपुर 21 अक्टूबर/जिलाधिकारी सी0 इन्दुमती की अध्यक्षता में कन्या सुमंगला योजना से संबन्धित बैठक कलेक्ट्रेट में संपन्न हुई, जिसमें योजना का लाभ अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों तक पहुॅचाने हेतु वृहद स्तर पर मंथन किया गया।
जिलाधिकारी ने बताया कि महिला सशाक्तीकरणशासन शासन की प्रतिबद्वता है, जिसके दृष्टिगत राज्य सरकार द्वारा कन्या सुमंगला योजना को लागू किये जाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। उन्होने बताया कि कन्या सुमंगला का मुख्य उददेश्य कन्या भू्रण हत्या को समाप्त करना, समान लैगिक अनुपात स्थापित करना, बाल विवाह जैसी कुप्रथा को रोकना, बालिकाओं के स्वास्थ्य व शिक्षा को प्रोत्साहन देना, बालिकाओं को स्वावलंबी बनाने में सहायता प्रदान करना तथा बालिका के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच को विकसित करना है। योजना का शुभारम्भ प्रदेश के मा0 मुख्यमन्त्री जी द्वारा 25 अक्टूबर को लखनऊ में किया जायेगा, जिसका सजीव प्रसारण जनपद मुख्यालय पर एल0ई0डी0 वीडियों वैन द्वारा तथा ब्लाक स्तर पर टी0वी0 के माध्यम से किया जायेगा।
योजना की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि बालिका के जन्म होने पर रू0 2000/-, बालिका के एक वर्ष तक के पूर्ण टीकाकरण के उपरान्त रू0 1000/-, कक्षा-01 में बालिका के प्रवेश के उपरान्त रू0 2000/-, कक्षा-06 में बालिका के प्रवेश के उपरान्त रू0 2000/-, कक्षा-09 में बालिका के प्रवेश उपरान्त रू0 3000/- तथा ऐसी बालिकायें जिन्होंने कक्षा-12वीं उत्तीर्ण करके स्नातक अथवा 02 वर्षीय या अधिक अवधि के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लिया हो, को रू0 5000/- की सहायता प्रदान की जायेगी। पात्रता की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि लाभार्थी का परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी हो, परिवार की वार्षिक आय 03 लाख तक हो, परिवार की अधिकतम 02 ही बच्चियों को योजना का लाभ मिल सकेगा। किसी महिला को द्वितीय प्रसव से जुड़वा बच्चे होने पर तीसरी सन्तान के रूप में लड़की को भी इसका लाभ मिलेगा।
जिलाधिकारी ने जन सामान्य से अपील की है कि कन्या सुमंगला योजना हेतु आॅनलाइन आवेदन कर बालिकाओं को स्वावलंबी बनायें। उन्होंने बताया कि आॅनलाइन आवेदन की व्यवस्था ब्लाक, बी0आर0सी0 एवं न्याय पंचायत स्तर पर उपलब्ध है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित करते हुए समन्वय स्थापित कर अधिक से अधिक पात्रों को योजना का लाभ पहंुचाने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 सीबीएन त्रिपाठी, जिला विकास अधिकारी डाॅ0 डी0आर0 विश्वकर्मा, उप जिलाधिकारी कादीपुर व लम्भुआ सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।