रायबरेली-आख़िरकार गरजा बुल्डोजर, तोड़ा गया सोमू ढाबा

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आख़िरकार गरजा बुल्डोजर, तोड़ा गया सोमू ढाबा

रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला

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रायबरेली: जिस तरह से आदित्य सिंह हत्याकांड की पूरी रचना सोमू ढाबा में रची गई निर्ममता की हदों को पार कर के नौजवान को मौत के घाट उतारा गया। न्याय के लिए सड़कों पर उतरी जनता ने मांग कर दी कि, सोनू ढाबा और नरेश होटल तो अतिक्रमण में बना हुआ है। जब सरकारी कब्जे का पता चला तो एक-एक बित्ता जमीन की नाप ली गई। जिसमें होटलों का कुछ हिस्सा अतिक्रमण में पाया गया।
आपको बता दें कि, आज सुबह रायबरेली जिला प्रशासन के अधिकारी व पुलिस विभाग के अधिकारी रतापुर स्थित सोमू ढाबा व नरेश होटल पहुंचे। क्योंकि प्रशासन ने 2 दिन पहले ही अल्टीमेटम दे दिया था कि, अतिक्रमण को हटा लीजिए वरना हम सख्त कार्यवाही करेंगे। होटल संचालकों ने प्रशासन के दिशा निर्देशों को मानने से इनकार कर दिया और अतिक्रमण को यथास्थिति बनाए रखा।भारी मात्रा में मौजूद फोर्स और आला अधिकारियों ने होटलों के कुछ हिस्से जो कि, अतिक्रमण पर आ रहे थे वहां पर बुलडोजर चलवा दिया। सोमू ढाबा के अगले हिस्से को विध्वंस कर दिया गया। उसके साथ नरेश होटल पर कार्यवाही जारी है। मंदिर की आड़ लेकर बैठे होटल संचालक हर एक बात को दरकिनार कर रहे थे। लेकिन अब प्रशासनिक कार्यवाही तेज हो गई है। मंदिर को सकुशल दूसरे स्थान पर पहुंचाने को लेकर प्रशासन पूरी तैयारी से काम कर रहा है। जैसे ही मंदिर यहां से हटता है वैसे ही नरेश होटल के अगले भाग पर कार्यवाही शुरू हो जाएगी, जहां पूरा अतिक्रमण होता आया है।
जिस तरह से नरेश होटल के संचालक ने मंदिर को अपने होटल के ठीक करीब में ही बना रखा था। जिसकी वजह से अतिक्रमण अभियान रुक जाए। क्योंकि बात धर्म के नाम पर आ जाएगी। लेकिन प्रशासन भी अतिक्रमण को विध्वंस करने का पूरा मन बना चुका है अधिकारियों का कहना है कि, किसी भी स्ट्रक्चर को वह भी धार्मिक स्ट्रक्चर जब हो तो उसको अतिक्रमण की जगह पर नहीं बनाना चाहिए। यह खुद ही अपराध है। एसडीएम शशांक त्रिपाठी ने यह साफ कर दिया है कि, अतिक्रमण करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इसमें अमीर गरीब को भी नहीं देखा जाएगा। जो भी दोषी है उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।