अमेठी।बारामासी में तीसरी सरकार अभियान के द्वारा ग्राम संसद का किया गया आयोजन
अमेठी।बारामासी में तीसरी सरकार अभियान के द्वारा ग्राम संसद का किया गया आयोजन
चंदन दुबे की रिपोर्ट
तीसरी सरकार अभियान के क्षेत्रीय समन्वयक डा0 अर्जुन पाण्डेय ने कहा कि ग्राम पंचायत लोकतंत्र की मूलभूत इकाई है।आज ग्राम पंचायतें राज्य सरकार के अधिकारियों तथा गांव के कुछ स्वार्थी तत्वों के हितों का औजार बनी हुई है जो गावों के विकास में बाधक है। ग्रामीण विकास योजनाओं का क्रियान्वयन तभी सम्भव होगा जब ग्राम पंचायतें ग्राम सचिवालय के माध्यम से स्वतंत्र रूप अपने विकास की योजनाएं तैयार करेगी।
समाज शास्त्री डा0 धनन्जय सिंह ने कहा कि आज प्रधानों के साथ ग्राम पंचायत सदस्यों की जिम्मेदारी एवं जबाबदेही तय करने की जरूरत है। विकास योजना बनाते समय ग्राम पंचायत की खुली बैठक बुलाई जाय और ग्राम सभा की बैठक में उस पर चर्चा की जाय।ग्राम प्रधान भगनपुर सावित्री देवी ने कहा कि ग्राम पंचायतों को न्यायिक अधिकार आवश्यक है। सत्येन्द्र प्रसाद शुक्ल ने कहा कि ग्राम पंचायतें अबाध रूप से ग्रामीण विकास की योजनाएं तब तक नहीं बना सकती जब तक उनकी पंचायत के पास अपना निजी सचिव नही होगा। शिवम् तिवारी ने कहा कि ग्राम पंचायतों को सक्रिय बनाने हेतु युवाओं आगे आने की जरूरत है। राजेश विक्रान्त ने कहा कि वर्तमान परिवेश में ग्राम पंचायतों को जागरूक एवं प्रशिक्षित करने की जरूरत है जिससे वे सुचारू रूप से ग्रामीण विकास योजनाओं को लागू कर सकें।
ग्राम संसद में अमरनाथ तिवारी, वेद प्रकाश मिश्र, शिव कुमार शुक्ल, धर्मेन्द्र सिंह, रामचन्द्र मिश्र, ओ0पी शुक्ला संजय मिश्र, त्रिभुवन, एस0पी0 पाल ने भी अपने विचार व्यक्त किया। ग्राम संसद की अध्यक्षता शीतला प्रसाद पाण्डेय ने की।
ग्राम संसद में ताला, लोहरता, कुशीताली, उमापुर गाना पट्टी और भगनपुर की ग्राम पंचायतों ने भाग लिया।