अमेठी।अयोध्या धाम के धर्म गुरु ने किया छप्पन भोग प्रतिष्ठान का उद्धघाटन

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अमेठी।अयोध्या धाम के धर्म गुरु ने किया छप्पन भोग प्रतिष्ठान का उद्धघाटन

चंदन दुबे की रिपोर्ट

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कर्म को कड़ाई से वैदिक रीतिरिवाज से करें – शिवषेश्वर पतित्रिपाठी

अयोध्या धाम के धर्म गुरू ने किया छप्पन भोग प्रतिष्ठान का उद्घाटन
अमेठी।अयोध्या धाम के परमपूज्य गुरू शिवषेश्वर पतित्रिपाठी महाराज ने अमेठी के हथकिला चैराहें पर छप्पन भोग प्रतिष्ठान का उद्घाटन किया।इस मौके पर भारी तादात में ब्रम्ह समाज के लोग मौजूद रहे।अब अमेठी के साथ आस-पास के जिलों में छप्पन भोग की आपूर्ति की जायेगी।उन्होनें ने कहा कि स्वच्छता बहुत जरूरी है।लेकिन इससे कहीं अधिक शुद्धता जरूरी है। इसके लिए लोगो को आगे आना होगा तभी संस्कार समाज में छाया रहेगा।बह्ममण अपने कर्म को कड़ाई से वैदिक रीतिरिवाज से करना चाहिए। संध्यागायत्रती से प्रातःकाल ईश्वर की पूजा पंचपरमेश्वर के रूप में हवन पूजन के साथ करनी चाहिए। बुधवार को प्रातः 10 बजे छप्पन भोग प्रतिष्ठान पर श्रीसत्यनारायण व्रत कथा का आयोजन किया गया। समापन के समय अयोध्या धाम से शिवषेश्वर पतित्रिपाठी सपत्नी प्रतिष्ठान पर पदार्पण किया।और प्रतिष्ठान का वैदिक रीतिरिवाज से शुभारंभ किया।

इस मौके पर वृंदावन शुक्ला डा0 सुभाष चन्द्र त्रिपाठी रामचन्द्र त्रिपाठी नोटरी आफिसर अरूण कुमार त्रिपाठी प्रदीप त्रिपाठी हरिचन्द्र त्रिपाठी बद्रीप्रसाद शुक्ला, अशोक कुमार शुक्ला, महेन्द्र तिवारी, लल्लन तिवारी अवधेष तिवारी, अलोक तिवारी आदि ने कुलगुरू का गर्मजोशी से स्वागत किया और बारी-बारी से लोगो ने स्वागत लिया।

महाराज श्रीत्रिपाठी ने लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि धर्म की रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है।मदिरा का पान कदापि न करें नारी का सम्मान करें और आपस में द्वेस की भावना त्याग करें ईश्वर का दुखःसुख में स्मरण करें।लोगो में कल्याण की भावना जागृति करनी होगी। कार्यक्रम का संचालन आलोक कुमार त्रिपाठी ने किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो0 राधेश्याम त्रिपाठी ने किया।

गौरतलब है कि छप्पन भोग पूरी तरह से स्वदेशी होगा तथा देशी घी के साथ जड़ी-बूटियाॅ भी भोग में मिलायी जायेगी और छप्पन भोग गांव गांव गली गली का मसूर भोग बनाने की कल्पना प्रतिष्ठान ने की है।