रायबरेली”- पर, जहरीली शराब के कारोबारियों की नजर
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब खूब कहर बरपा जा चुकी है। हाल के महीनों में बाराबंकी और उन्नाव में बड़ी संख्या में लोग इसका सेवन करके जान गवां चुके हैं।
“रायबरेली” पर, जहरीली शराब के कारोबारियों की नजर
रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला
रायबरेली : लाख कोशिशों के बावजूद अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। अभी तक कच्ची शराब से हाहाकार मचा था और अब मिलावटी शराब ने आबकारी के साथ पुलिस महकमे की नींद उड़ा रखी है। इस गंदे धंधे की जड़ें बहुत गहरी जमती जा रही हैं, जो कि खतरे की घंटी है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब खूब कहर बरपा जा चुकी है। हाल के महीनों में बाराबंकी और उन्नाव में बड़ी संख्या में लोग इसका सेवन करके जान गवां चुके हैं। अमेठी में मिलावटी शराब की बड़ी खेप पकड़ी जा चुकी है। ये तीनों जिले रायबरेली से सटे हैं। इन तीनों जिलों में सख्ती होने के बाद शराब माफिया ने अपनी नजरें इस जनपद पर गड़ा दी हैं। शहर से लेकर ग्रामीणअंचल तक इनका तगड़ा काकस फैला हुआ है। भदोखर, बछरावां, लालगंज और हरचंदपुर में मिलावटी शराब की बड़ी खेप पकड़ी जा चुकी है। लगभग दो वर्ष पूर्व मिल एरिया में लगभग दो करोड़ कीमत की शराब और उसे बनाने की सामग्री एसटीएफ ने जब्त की थी। उससे स्थानीय पुलिस ने सीख नहीं ली। तभी यहां लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।
इनसेट –
प्रतापगढ़ कुख्यात
जनपद की सलोन तहसील प्रतापगढ़ का बॉर्डर है। वहां बनी मिलावटी शराब की रायबरेली में जमकर सप्लाई होती है। सरकारी ठेकों में माल पहुंचाया जाता है। सेल्समैन की साठगांठ से अपमिश्रित नशीला पदार्थ शौकीनों को पिलाया जा रहा है। पंजाब से भी शराब लाई गई। इसकी पुष्टि इसी सप्ताह हुई छापेमारी में सामने आ चुकी है।
कोट-
“जनपद की सीमाओं पर सघन चेकिग की जा रही है। एसडीएम, सीओ और आबकारी निरीक्षक की टीमें दबिश दे रही हैं। शराब माफियाओं की नजर रायबरेली पर है, इसी आशंका के चलते खास सख्ती बरती जा रही है।”
-राजेश्वर, जिला आबकारी अधिकारी, रायबरेली