रायबरेली-कार्य बहिष्कार, कल से एंबुलेंस सेवा ठप्प रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला
कंपनी ने करीब 350 पायलट और एमटी रखे गए हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि कई महीने इंतजार के बाद वेतन मिलता है। इसके अलावा निर्धारित समय से अधिक काम लिया जाता है। आरोप लगाया कि कंपनी की ओर से फर्जी केस बनाने का दबाव भी बनाया जाता है। इससे नाराज एंबुलेंस कर्मचारियों ने डीएम, एसपी व सीएमओ को ज्ञापन देकर 23 सितंबर से एंबुलेंस सेवा ठप करने की चेतावनी दी है।
कार्य बहिष्कार, कल से एंबुलेंस सेवा ठप्प
रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला
रायबरेली। जीवनदायिनी 102, 108 व एएलएस एंबुलेंस के संचालन में अहम भूमिका निभाने वाले 350 कर्मचारियों का गुस्सा भड़क गया है। समय से वेतन न मिलने, ज्यादा काम लेने के साथ ही फर्जी केस के दबाव से नाराज कर्मचारियों ने जीवीके कंपनी के खिलाफ बहिष्कार की घोषणा की है।डीएम, एसपी व सीएमओ को ज्ञापन देकर 23 सितंबर से एंबुलेंस सेवा ठप करने की चेतावनी दी है। साथ ही राजकीय कॉलोनी के मैदान में एकत्र होकर शांतिपूर्वक धरने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि जिले में करीब 80 एंबुलेंस 102 व 108 के साथ ही पांच एएलएम भी काम कर रही हैं। एंबुलेंस का संचालन जीवीके कंपनी को सौंपा गया है। कंपनी ने करीब 350 पायलट और एमटी रखे गए हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि कई महीने इंतजार के बाद वेतन मिलता है। इसके अलावा निर्धारित समय से अधिक काम लिया जाता है। आरोप लगाया कि कंपनी की ओर से फर्जी केस बनाने का दबाव भी बनाया जाता है। इससे नाराज एंबुलेंस कर्मचारियों ने डीएम, एसपी व सीएमओ को ज्ञापन देकर 23 सितंबर से एंबुलेंस सेवा ठप करने की चेतावनी दी है। साथ ही राजकीय इंटर कॉलेज में एकत्र होकर शांतिपूर्वक धरना करने की भी चेतावनी दी है। डीएम को ज्ञापन देने में जीवनदायिनी 108, 102 एंबुलेंस यूनियन के अध्यक्ष अतुल सिंह, जिला उपाध्यक्ष विजय दुबे, सुनील कुमार वर्मा, भानू प्रताप सिंह, मो. हारून, पीयूष पाठक, आलोक वर्मा व सुल्तान अहमद आदि मौजूद रहे।
इनसेट –
क्या कहते हैं प्रबंधक
” सभी कर्मचारियों को जुलाई तक का वेतन दिया जा चुका है। जल्द ही अगस्त महीने का भी वेतन दे दिया जाएगा। कर्मचारियों की समस्याओं को निस्तारित कराया जा रहा है। रोगियों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। प्रयास किया जा रहा है कि एंबुलेंस सेवा प्रभावित न हो।”
– संजीव गुप्ता, कार्यक्रम प्रबंधक, जीवीके