रायबरेली-ऊंचाहार में फिर से गरमाई बयानों की राजनीति
एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह का कहना है कि उन्होंने कोई असंसदीय शब्द नहीं बोले हैं। हम अपनी राजनीति करते हैं और वह (विधायक) अपनी राजनीति करें।
ऊंचाहार में फिर से गरमाई बयानों की राजनीति
रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला
रायबरेली : ऊंचाहार के ब्लॉक सभागार में पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक में एमएलसी के शामिल होने के बाद बयानों की राजनीति गरमा गई। राजनीति के दो बड़े चेहरे आमने-सामने आ गए।
ऊंचाहार विधायक डॉ. मनोज कुमार पांडेय के मुताबिक ग्राम प्रधानों की बैठक में एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने उन्हें अपशब्द कहे। यहां तक कहा कि विधायक सिपाही से तंबाकू मांग कर खाते हैं। विधायक ने कहा कि वह तो तंबाकू खाते ही नहीं। बल्कि पान मसाला खाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सिपाही और दारोगा समाज और उनके परिवार का हिस्सा है। फिर एमएलसी और उनके भाइयों पर तंज कसते हुए विधायक बोले कि इन पांचों भाइयों न क्या-क्या खाया, यह जनता जानती है। वह भी खा लिया जो जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता।
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असंसदीय भाषा का नहीं किया प्रयोग : एमएलसी
एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह का कहना है कि उन्होंने कोई असंसदीय शब्द नहीं बोले हैं। हम अपनी राजनीति करते हैं और वह (विधायक) अपनी राजनीति करें। ऊंचाहार के प्रधान कई दिनों से उन्हें बुला रहे थे। इसलिए वह गए। प्रधान वहां नाराज हैं। प्रधानों का कहना था कि विधायक निधि के कार्यों की जांच कराई जाए। जिस पर हमने कहा कि आपकी नाराजगी ही जांच है।
प्रधानों ने की अलग बैठक
ऊंचाहार के कुछ ग्राम प्रधानों ने एमएलसी की बैठक से अलग अपनी बैठक ऊंचाहार कस्बे में की। प्रधान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष बृजेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि मनरेगा से मिली करोड़ों रुपये की धनराशि सिर्फ दो ग्राम पंचायतों में पक्के कार्य कराने में खर्च कर दी गई। सचिव जितेन्द्र यादव ने कहा कि 54 ग्राम पंचायतों का हक छीना गया और मानक के विरुद्ध काम हुए। महामंत्री राजेन्द्र सिंह भदौरिया ने ब्लॉक के अफसरों व कर्मचारियों को मोटी रकम देकर नियमों के विपरीत काम कराने का आरोप लगाया। इस मौके पर मुन्ना यादव, बृजेश यादव, विदुर तिवारी ने कहा कि इन मामलों की जांच होनी है।