जौनपुर-अधिवक्ताओ व लेखपालो के मारपीट का मामले ने तूल पकड़ा
अधिवक्ताओ व लेखपालो के मारपीट का मामले ने तूल पकड़ा।
रिपोर्ट मनीष पाठक
केराकत(जौनपुर) पिछले शुक्रवार को शाम को 4 बजे स्थानीय नगर तहसील में वकील व लेखपाल में हुई जबरदस्त मारपीट में दोनों तरफ से गुटबंदी होने से सैकड़ों लेखपाल व वकील तहसीलदार आवास पर लामबंद हो गए थे। लेखपालों का आरोप हैं कि अधिवक्ता हवलदार राम जो कि केराकत तहसील में कार्यरत है।उन्होंने अपने मुअक्किल के वरासत को लेकर हीरापुर मचहटी ग्राम के हल्का लेखपाल संतोष गिरी पर तुरंत वरासत के लिए दबाव बनाने लगें जिस पर लेखपाल संतोष गिरी ने तुरंत न करके तफ्तीश करने के बाद कार्य करने की बात कही। इस पर वकील साहब भड़क पड़े और गाली-गलौज के साथ मारपीट करने लगे। वहीं वकीलों का आरोप हैं कि लेखपाल संतोष गिरी को वकील हवलदार राम के द्वारा कोई कार्य दिए जाने पर समय से नहीं करने का आरोप लगाया जब हवलदार राम अपने मुवक्किल के वरासत की बात को लेकर लेखपाल संतोष गिरी से मिलने गये तो संतोष गिरी ने जातिसूचक शब्द का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। दोनों पक्षों द्वारा केराकत कोतवाली में एक दूसरे के खिलाफ तहरीर दी गयी थी।और दोनों पक्षों के विरूद्ध केराकत कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज है जिसको लेकर आज केराकत लेखपाल संघ सैकड़ों लेखपालो के साथ अनिश्चितकालीन उपजिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गये है संघ की प्रशासन से माँग है कि अधिवक्ताओ द्वारा फर्जी तरीके से एस सी /एस टी एक्ट के तहत दर्ज मुकदमा निरस्त किया जाय,आरोपित अधिवक्ताओ की सदस्यता निरस्तीकरण के लिए बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश इलाहाबाद को एक पत्र प्रेषित किया जाय,महिला लेखपाल के साथ की गयी अभद्रता व मारपीट के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाय, मुकदमे में आरोपित अधिवक्ताओ की गिरफ्तारी की कार्यवाही की जाय।और संघ द्वारा यह निर्णय लिया गया कि उपरोक्त के सम्बंध में आवश्यक कार्रवाही नही होती है तब तक तहसील के समस्त लेखपाल अपने कार्यो से विरत रहकर अनिश्चितकालीन धरना देते रहेंगे।